अमेठी के ऐसे जनप्रतिनिधि हैं राजेश मसाला जो बदल रहे हैं प्राइमरी स्कूल की तस्वीर और तक़दीर।
केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को मानते हैं अपना प्रेरणा स्रोत।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पूर्व में यह निर्देश दिया जा चुका है कि उत्तर प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सरकारी प्राथमिक विद्यालय को गोद लें। जिससे विद्यालयों का कायाकल्प हो सके और उसमें सुदृढ़ व्यवस्था तथा पठन-पाठन हो । इसी के क्रम में अमेठी जनपद के अध्यक्ष जिला पंचायत राजेश कुमार अग्रहरि व प्रसिद्ध उद्योगपति राजेश मसाला में आगे बढ़कर अमेठी कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय देवीपाटन को गोद लेकर उसके कायाकल्प की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है। कहते हैं कि इस प्राथमिक विद्यालय से जिला पंचायत अध्यक्ष का भावनात्मक लगाव भी है क्योंकि वह बचपन में इसी विद्यालय में पढे हैं । जिसके उन्नयन एवं विकास के लिए आज उन्होंने अध्यक्ष जिला पंचायत के रूप में गोद लिया है। गोद लेने के बाद विद्यालय की पुरानी बिल्डिंग को पूरी तरह से नेस्तनाबूत करते हुए जीरो से शुरू कर दो मंजिला पड़ी इमारत बनाई जा रही है। जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो कोई हो पांच सितारा होटल तैयार हो रहा। राजेश मसाला बताते हैं कि इस विद्यालय में वह 1 करोड़ 25 लाख रुपए खर्च कर विद्यालय की दिशा और दशा बदल देंगे। वह ऐसा करने के लिए अमेठी सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अपना प्रेरणा स्रोत बताते हैं ।उनका कहना है कि इन्हीं लोगों की प्रेरणा से मैंने इस विद्यालय को गोद लिया है। इस विद्यालय की बिल्डिंग पूरी तरह से भूकंप रोधी बनाई जा रही है । इसके पिलर में 8 और 10 सूत के मोटे मोटे सरिए का इस्तेमाल हो रहा है जिसके कारण सैकड़ों वर्षो तक इस बिल्डिंग में जरा सी खरोच भी नहीं आएगी। इस प्राथमिक विद्यालय को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा इसमें बच्चों को पठन-पाठन के लिए लाइब्रेरी के साथ कंप्यूटर शिक्षा के लिए कंप्यूटर स्मार्ट क्लासेज डेक्स बेंच फर्नीचर यह सब ऐसे होंगे जैसे बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों में कहीं कहीं देखने को मिलते हैं । राजेश मसाला का कहना है कि हम इस विद्यालय को ऐसा बनाना चाहते हैं की इसमें गरीब शोषित वंचित लोगों के बच्चे एडमिशन पाकर स्वयं और उनके अभिभावक गौरवान्वित महसूस करें। ऐसे गरीब अभिभावक जो अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में नहीं भेज सकते हैं उनके लिए यह स्कूल सर्व सुलभ होगा। इस विद्यालय के तैयार हो जाने से उन गरीब शोषित एवं वंचित अभिभावकों को लाभ प्राप्त होगा जिन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा कि हमारे बच्चे ऐसे स्कूलों में भी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। लंबे समय से इस विद्यालय में को तैयार करने का कार्य चल रहा है । ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले नए सत्र से यह विद्यालय बच्चों के पठन-पाठन के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा। यह विद्यालय जिस दिन बनकर पूरी तरह से तैयार होगा निसंदेह उत्तर प्रदेश में ऐसा विद्यालय कहीं देखने को नहीं मिलेगा। यह अपने आप में पहला मॉडल स्कूल होगा जहां पर सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया होगी । जिसका लाभ गरीब तबके के बच्चों को निशुल्क मिल सकेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ-साथ यहां पर शासन प्रशासन के द्वारा सुयोग्य अध्यापकों की नियुक्ति भी कराई जाएगी जिससे विद्यालय की गरिमा बनी रहे। फिलहाल अभी इस विद्यालय के बच्चे एवं स्टाफ दूसरे प्राथमिक विद्यालय में अटैच किए गए हैं । जब यह बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तब सरकार के सुपुर्द कर दिया जाएगा। निश्चित रूप से यह प्राथमिक विद्यालय आने वाले समय में अन्य सरकारी विद्यालयों की तुलना में मील का पत्थर साबित होगा।