उत्तर प्रदेशलखनऊ

Bada Mangal: ज्येष्ठ माह के आखरी बड़े मंगल पर अलीगंज के हनुमान मंदिर में चढ़ाया गया सोने का मुकुट, जगह-जगह भंडारे का आयोजन

ज्येष्ठ महीने का आज चौथा और आखरी बड़ा मंगल है। मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए विशेष आयोजन किया गया है। वहीं मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। लोग सुबह से ही मंदिरों में भगवान हनुमान के दर्शन करने के लिए लाइन लगाए हुए हैं। शहर में लगभग छह हजार भव्य भंडारों का आयोजन किया गया है। लोगों ने थोड़ी-थोड़ी दूर पर भंडारे लगाए हुए हैं। जहां हनुमान सेतू में भगवान का मन मोह लेने वाला सिंगार किया गया है तो वहीं अलीगंज के हनुमान मंदिर में भगवान को सोने का मुकुट पहनाया गया है।

शहर में लगा जाम

हनुमान मंदिरों के रास्तों पर लगभग एक से दो किलोमिटर पर लंबा जाम लगा हुए है। कहीं भी आने जाने के लिए दूसरे रास्तों से जाएं। नहीं तो बीच रास्ते में फस जाएंगे।

हनुमान जी की विशेष उपासना

ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल या फिर बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। बड़ा मंगल माह में बजरंगली की विशेष उपासना करने से सभी तरह की बाधाएं, दुख, संकट और भय दूर हो जाते हैं। ज्येष्ठ माह के मंगलवार को बजरंगबली की आराधना करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं।

भगवान हनुमान को लगाएं इन चीजों का भोग

  • – हनुमान जी को बेसन के लड्डू बहुत ही प्रिय है। बड़ा मंगल के दिन बजरंगबली को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं
  • -पवन पुत्र को मीठे पान का बीड़ा अर्पित करें। मीठा पान चढ़ाने से भक्तों की आपकी और आपके परीवार की सभी समस्याएं दूर होती हैं।
  • -आखिरी बड़े मंगल के दिन हनुमान जी को केले का भोग भी लगा सकते हैं।
  • -हनुमान जी को भुने हुए चने और गुड़ का भोग लगाने की भी विशेष मान्यता है।
  • -इसके अलावा हनुमान जी को केसर भात, चूरमा के लड्डू, नारियल, फल, बूंदी के लड्डू अर्पित करके भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं।
  • -ज्येष्ठ माह के आखिरी बड़े मंगल के दिन भगवान हनुमान को सिंदूर, चोला और तुलसी की माला भी जरूर अर्पित करें। इसके अलावा चमेली का तेल, चोला चढ़ाना, हनुमान जी को बेहद शुभ माना जाता है।

Zee NewsTimes

Founded in 2018, Zee News Times has quickly emerged as a leading news source based in Lucknow, Uttar Pradesh. Our mission is to inspire, educate, and outfit our readers for a lifetime of adventure and stewardship, reflecting our commitment to providing comprehensive and reliable news coverage.

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button