
बहराइच,। जिले में जालसाजी का मामला बढ़ता जा रहा है। आलम यह है, कि जालसाजों ने राजस्व परिषद को भी नहीं छोड़ा। लोगों ने राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश का कूट रचित आदेश बनाकर एसडीएम कोर्ट में पेश किया और जमीन हथिया ली। राजस्व परिषद में शिकायत के बाद हुए सत्यापन में इसका खुलासा होने के बाद हड़कंम मच गया है। एसडीएम की सूचना पर कोतवाली नगर में 22 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है।
सदर तहसील क्षेत्र शेखदहीर व बक्शीपुरा निवासी 22 लोगों ने राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश का कूट रचित आदेश बनाकर अपर आयुक्त देवीपाटन मंडल के यहां शिकायत की गई। जिसमें परिषद की ओर से उनके पक्ष में आदेश करने की बात कही गई और सदर तहसीलदार द्वारा उस पर अमल न करने की शिकायत की गई। जिसके बाद सभी के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज कर लिए गए।
लेकिन इसी बीच शेखदहीर निवासी महेन्द्र मिश्र व ग्राम प्रधान ने आईजीआरएस पर शिकायत कर राजस्व परिषद के आदेशों को कूट रचित बताया गया। जिसके बाद राजस्व परिषद की ओर से सभी आदेशों का सत्यापन करवाया गया। सत्यापन में लोगों द्वारा पेश किए गए सभी राजस्व परिषद के सभी आदेश फर्जी पाए गए।
जिसके बाद राजस्व परिषद ने जिला प्रशासन को पत्र जारी कर सभी संदिग्धों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्यवई का आदेश दिया है। जिसके बाद निवर्तमान एसडीएम सुभाष सिंह धामी व शिकायतकर्ता महेन्द्र मिश्र की शिकायत पर कोतवाली नगर में 22 लोगों के खिलाफ जालसाजी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। नगर कोतवाल ब्रह्मा गौड़ ने बताया कि बक्शीपुरा निवासी बानो, मुनेश्वर, गुडिया देवी, रन्नो देवी, हरिकलन, भीमबहादुर, रेशमा, रामराजी, सुकई, साबित्री, संवारा, रुबी, सितारुल, रन्नो देवी, दुर्गावती, मिज्जन आदि पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।