
बांकेबिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना को लेकर जहां एक ओर विवाद और चिंता की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार ने वृंदावनवासियों को यह भरोसा दिलाया है कि इस विकास कार्य में किसी का अहित नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों की दुकानें या घर इस योजना के तहत प्रभावित होंगे, उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाएगा – दुकान के बदले दुकान और घर के बदले फ्लैट की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
सरकार के अनुसार, कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य बांकेबिहारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बढ़ाना और धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना है। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि ब्रज क्षेत्र की संस्कृति को भी वैश्विक पहचान मिलेगी।
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स्थानीय निवासी, जिनमें कई पीढ़ियों से दुकानदार और घरवाले हैं, पहले इस परियोजना को लेकर आशंकित थे। लेकिन प्रशासन द्वारा की जा रही बैठकों और भरोसे के आश्वासन के बाद अब उनमें सकारात्मक माहौल बनने लगा है। साथ ही, अधिकारियों ने कहा है कि पुनर्वास और पुनर्स्थापन का कार्य पूरी पारदर्शिता से किया जाएगा।
बांकेबिहारी कॉरिडोर को योगी सरकार की प्रमुख धार्मिक विकास योजनाओं में से एक माना जा रहा है। यह न केवल श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाएगा बल्कि वृंदावन की छवि को भी आधुनिक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभारेगा। सरकार का लक्ष्य है कि परंपरा और प्रगति दोनों को संतुलित रूप से आगे बढ़ाया जाए।