
राशन कार्ड धारकों के लिए जरूरी ई-केवाईसी प्रक्रिया के नाम पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। कई जिलों में डीलरों ने कार्ड धारकों को गुमराह कर न सिर्फ उनसे आधार नंबर और OTP हासिल किए, बल्कि इसके जरिए फर्जीवाड़ा भी किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, डीलरों ने कार्ड धारकों को धमकी दी कि यदि वे ई-केवाईसी नहीं कराते तो उनका राशन बंद हो जाएगा। इसके चलते लोग डर के कारण बिना पूरी जानकारी लिए ई-केवाईसी करवाते रहे, और कई मामलों में उनका नाम लिस्ट से काट दिया गया या राशन नहीं दिया गया।
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इस पूरे खेल में डीलरों पर आरोप है कि उन्होंने या तो दूसरों के नाम पर राशन निकाला, या अपात्र लोगों को जोड़कर सरकारी अनाज का ग़लत वितरण किया। कई लाभार्थियों को महीनों से राशन नहीं मिल पाया है, जबकि उनके नाम पर वितरण दिखाया गया।
अब सरकार और खाद्य आपूर्ति विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। कुछ जिलों में डीलरों पर कार्रवाई भी हुई है और ई-केवाईसी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए नया दिशा-निर्देश जारी किया जा रहा है।
सरकार की कल्याणकारी योजनाएं तभी सफल हो सकती हैं जब उनका लाभ सही लोगों तक पहुंचे। ई-केवाईसी जैसे डिजिटल साधनों का दुरुपयोग रोकना अब प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।