
गोरखपुर चिड़ियाघर में कुछ पक्षियों की असामान्य मौतों के बाद बर्ड फ्लू की आशंका जताई गई थी। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच कमेटी ने चिड़ियाघर का निरीक्षण किया और सैंपल इकट्ठा किए। कमेटी के सदस्यों ने मौके पर सफाई, आइसोलेशन की स्थिति, और पशु चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा की। अब टीम अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपने की तैयारी में है।
सावधानी और कदम:
गोरखपुर प्रशासन और वन विभाग ने एहतियात के तौर पर चिड़ियाघर को आम लोगों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। साथ ही, आसपास के क्षेत्रों में पोल्ट्री फार्म्स और अन्य पक्षी पालने वाले स्थलों की गहन निगरानी शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है।
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संभावित खतरा और सार्वजनिक स्वास्थ्य:
बर्ड फ्लू वायरस यदि समय पर नियंत्रित न हो तो यह इंसानों तक भी पहुंच सकता है। इसलिए प्रशासन और स्वास्थ्य एजेंसियों ने बर्ड फ्लू के लक्षणों और बचाव के बारे में जागरूकता अभियान भी शुरू किया है। किसी भी संदिग्ध पक्षी या मृत पक्षी की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को देने की अपील की गई है।