बृजघाट हापुड जनपद का एक मनोहारी घाट
बृजघाट उत्तर प्रदेश के हापुड जनपद में गंगा नदी के किनारे स्थित है जो अपनी शांति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। बृजघाट दिल्लीे मुरादाबाद राष्ट्री य राजमार्ग 24 पर हापुड से लगभग 35 किमी दूर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गढमुक्तेश्वमर से 05 किमी दूरी पर स्थित है। गंगा नदी के पवित्र तट पर स्थित बृजघाट, शहरी जीवन की उथल-पुथल से दूर एक शांत विश्राम स्थल प्रदान करता है।
बृजघाट एवं आसपास के क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा पर बहुत बडा ऐतिहासिक मेला लगता है। इस स्थ्ल पर गंगा किनारे सायंकालीन आरती का दृश्ये अत्यान्त ही मनोहारी होता है। बृजघाट प्रचुर प्राकृतिक वैभव से समृद्ध है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। पर्यटक नदी के किनारे इत्मीनान से टहल सकते हैं, शांतिपूर्ण वातावरण और सूर्योदय और सूर्यास्त के मनमोहक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
बृजघाट का धार्मिक महत्व इसके आकर्षण को और भी बढ़ा देता है। ऐसा माना जाता है कि यह एक पवित्र स्थान है जहां भगवान विष्णु के अवतार भगवान कृष्ण ने दिव्य लीलाएं की थीं। दूर-दूर से तीर्थयात्री पवित्र गंगा में डुबकी लगाने और आध्यात्मिक शांति पाने के लिए बृजघाट की यात्रा करते हैं।
बृजघाट में मुख्य आकर्षणों में से एक वार्षिक बृजघाट मेला है, जो एक जीवंत कार्यक्रम है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह मेला बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। आगंतुक पारंपरिक लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन में भाग ले सकते हैं, हस्तशिल्प और स्थानीय कलाकृतियों का अवलोकन कर सकते हैं और क्षेत्रीय व्यंजनों के मनोरम स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
साहसिक गतिविधि चाहने वालों के लिए बृजघाट रोमांचक गतिविधियों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। गंगा नदी में नौकायन, रिवर राफ्टिंग और मछली पकड़ने के लिए पर्याप्त विकल्प अवसर उपलब्ध हैं। आसपास की पहाड़ियाँ उत्कृष्ट ट्रैकिंग और लंबी पैदल यात्रा के मार्ग प्रदान करती हैं, जिससे आगंतुक क्षेत्र के प्राकृतिक आश्चर्यों को समीप से देख सकते हैं।