
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बीच समन्वय और यूपी में आपदा प्रबंधन के लिए जारी कार्यों की समीक्षा कर निर्देश जारी किये हैं। इस दौरान सीएम योगी ने कहा है कि आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों के लिए कुशल कार्मिंको की उपलब्धता प्राथमिक जरूरत है।
उन्होंने कहा कि योग्य कार्मिक होंगे, तो आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से हो सकेगा। इसके लिए उन्होंने आपदा प्रबंधन का कार्य और बेहतर तरीके से हो, इसके लिए प्रशिक्षण सेंटर स्थापित करने के भी निर्देश दिये हैं। बताया जा रहा है कि बरेली और झांसी में एनडीआरएफ के रीजनल रेस्पॉन्स सेंटर खोले जायेंगे। इसके लिए सीएम योगी ने भूमि भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के मौसम में आकाशीय बिजली से कम से कम जनहानि हो, यह बड़ी चुनौती है। इससे काफी जनहानि होती है। इसे रोकना जरूरी है। इसके लिए तकनीक की मदद ली जायेगी। आने वाले तीन महीने के अंदर प्रदेश के सभी जिलों में अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाये जायें। जिससे समय रहते आकाशीय बिजली गिरने का पता चल सके। यदि समय रहते लोगों को आकाशीय बिजली गिरने की जानकारी मिल जायेगी। तो जन धन हानि नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी जिलों में इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किया जा चुका है। इन्हें सेफ सिटी के तहत इंटीग्रेट किया जाना जरूरी है। साथ ही सभी ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय में पब्लिक एड्रेस सिस्टम को स्थापित किया जाये। इन्हें तीन माह के भीतर अर्ली वार्निंग सिस्टम से जोड़ा जाये।