विकास के सामूहिक प्रयासों के दिख रहे सार्थक परिणाम : सीएम योगी
- सिद्धार्थनगर में सांसद खेल महाकुंभ के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी
- विकसित जिला बनने की ओर अग्रसर है सिद्धार्थनगर : योगी
सिद्धार्थनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को जिला खेल स्टेडियम में आयोजित सांसद खेल महाकुंभ के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर जिला अब आकांक्षात्मक जिले की श्रेणी से बाहर निकल रहा है। विकसित जिला बनने की ओर अग्रसर है। जिले में चल रही अनेक परियोजनाएं इसका प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए किये जा रहे सामूहिक प्रयासों के सार्थक परिणाम भी उसी रूप में सामने आने लगे हैं। जिस भाव से यह जिला वैश्विक मंच पर अपनी पहचान प्रस्तुत कर रहा है, वह सराहनीय है। उन्होंने खेल महाकुंभ के दौरान विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी।
स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क से योग्य नागरिक निर्माण : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और प्रदेश के समग्र विकास को आगे बढ़ाने के लिए खेलकूद प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहित करना होगा स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क होता है। स्वस्थ मस्तिष्क वाला व्यक्ति ही योग्य छात्र और नागरिक बन देश के विकास में योग देता है।
कमिश्नरी-राज्य स्तर पर भी आयोजित होंगी प्रतियोगताएं
उन्होंने कहा कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन की ओर से सांसद खेलकूद महाकुंभ का आयोजन होगा। यह अयोजन ब्लॉक और जनपद स्तर पर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में खेलो इंडिया खेलो के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था। अब यह प्रतियोगताएं केवल जिला स्तर पर ही नहीं, बल्कि कमिश्नरी और राज्य स्तर पर भी आगे बढ़ाई जाएंगी।
दिखा खेलो इंडिया अभियान का परिणाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को गांव, गरीब, किसान और नौजवानों तक पहुंचाना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। गांवों में भी ओपन जिम का निर्माण हो रहा है। गांव में अमृत सरोवरों को मॉर्निंग वॉक और गोष्ठियों के लिए तैयार किया जा रहा है। हर जिले में एक खेल स्टेडियम और ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम का निर्माण हो रहा है।
कोरोना काल में संपन्न हुए टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सर्वाधिक मेडल जीते थे। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग किया उन्हें दस-दस लाख रुपए, गोल्ड मेडल जीतने वालों को 6 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 4 करोड़ और कांस्य पदक पर 2 करोड़ की राशि प्रदेश सरकार की ओर उपलब्ध कराई गयी।