
लखनऊ। भारत के प्रथम राष्ट्रपति ‘भारत रत्न’ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज रविवार को लखनऊ स्थित ग्लोब पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस दौरान नगर महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, एमएलसी अविनाश सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।
सीएम योगी ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उन्हें नमन किया और कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी महान स्वंतत्रता संग्राम सेनानी थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में चले आजादी के आंदोलन में गांधी जी के एक अनुयायी के रूप में पूरे आंदोलन को उन्होंने पग-पग पर नेतृत्व प्रदान किया।
स्वतंत्र भारत के लिए जब संविधान निर्माण का कार्य होना था तब भारत माता के इसी सपूत डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की अध्यक्षता में भारत के संविधान निर्माण में कार्यवाही शुरू हुई और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह संविधान बनाने का अवसर मिला।
सीएम योगी ने कहा कि वे देश की आजादी की लड़ाई में अग्रिम योद्धा तो थे ही स्वतंत्र भारत की व्यवस्था कैसी होनी चाहिए इसके लिए भी उनके द्वारा जो प्रयास शुरू किए गए थे। वह आज भी स्मरणीय है। तत्कालीन सरकार के विरोध के बावजूद सोमनाथ मंदिर के पुनरोद्धार कार्यक्रम में उनका भाग लेना। प्रयागराज कुंभ जैसे उनके हृदय में बसता था। आज भी हम जब प्रयागराज जाते हैं तो वहां किले में राष्ट्रपति का सूट भी है। वहां जायेंगे तो उनकी स्मृतियां देखने को मिलती है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रबल पक्षधर थे। उन्होंने गांधीजी के मूल्यों को आदर्शों को अपने जीवन में अपनाते हुए वे आजीवन उन संकल्पों के साथ आगे बढ़े। उनकी पावन जयंती पर प्रदेश वासियों की ओर से भारत माता के महान सपूत को उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।