भ्रष्टाचार पर सीएम योगी का एक्शन, अधिशासी अभियंता को किया बर्खास्त, गबन के 77 लाख रुपये वसूलने का आदेश
भ्रष्टाचार को लेकर सीएम योगी इन दिनों काफी सख्त दिखाई दे रहे हैं। दूसरी बार सीएम बनने बाद सीएम योगी ने सबसे पहली कार्रवाई भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों पर की है। शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय अनियमितता के आरोप में संस्पेंड चल रहे अधिशासी अभियंता को बर्खास्त कर दिया। साथ ही 77 लाख रुपये से अधिक की गबन की राशि उक्त अधिकारी से वसूलने के भी आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विट कर बताया कि झांसी स्थित बेतवा नहर परियोजना में तैनात अधिशासी अभियंता को गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोप जांच में सही पाए जाने पर बर्खास्त किया गया है। सरकार के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झांसी प्रखंड में तैनात अधिशासी अभियंता संजय कुमार को सेवा से हटाये जाने का आदेश पारित किया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विट में बताया गया कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार वित्तीय अनियमितता से जुड़ी राशि 77 लाख 41 हजार 130 रुपये उक्त अधिकारी से वसूल भी की जाएगी। गौरतलब है कि झांसी प्रखंड में बेतवा नहर, झांसी में तैनात कुमार को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। निलंबन के दौरान आरोपों की जांच किए जाने पर उन्हें उक्त राशि के व्यय में गंभीर अनियमितता बरते जाने का दोषी पाए जाने पर सेवा से हटाए जाने का आदेश जारी हुआ है।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल 25 मार्च को शुरू होने के बाद पिछले एक महीने में भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा और वाणिज्यिक सेवा के लगभग आधा दर्जन आला अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार सहित अन्य आरोपों में निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है। इनमें कन्नौज के जिलाधिकारी को अवैध खनन को रोकने में नाकामी के आरोप में जबकि गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार नहीं ला पाने के आरोप में निलंबित किया जाना शामिल है।