
जनता दरबार में पहुंचे कई मरीजों और परिजनों ने आर्थिक तंगी के चलते इलाज में आ रही दिक्कतों को मुख्यमंत्री के सामने रखा। सीएम योगी ने सभी को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक इलाज के अभाव में न तड़पे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ज़रूरतमंदों को आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री राहत कोष या अन्य सरकारी योजनाओं से तत्काल लाभ दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर किसी अस्पताल में इलाज में लापरवाही पाई जाती है या कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति सहायता से वंचित रहता है, तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर जिले में जनसमस्याओं का समाधान समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए।
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जनता दरबार में मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से कई लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। कई मामलों में उन्होंने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को फोन कर आवश्यक निर्देश दिए। दरबार में शामिल बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता दी गई, जिससे लोगों में संतोष और विश्वास की भावना देखी गई।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जनहित में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हर व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है। जनता दरबार का उद्देश्य है – आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान और सरकार के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत करना।