
लखनऊ। पीजीआई थाना अंतर्गत बजरंग मार्बल के पास मंगलवार सुबह तीन दिनों से लापता चल रहे पेंटर सुनील राजपूत (30) का शव एक प्लॉट में पड़ा मिला। उसे मृत अवस्था में देख राहगीरों और स्थानीय लोगों ने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शिनाख्त के बाद परिजनों को जानकारी दी। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का शव को प्लॉट में फेंके जाने की आशंका जताई है। पुलिस ने मृतक की जेब से सिरिंज बरामद कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
एसीपी कैंट पंकज सिंह के मुताबिक, शीतल खेड़ा गांव निवासी पेंटर सुनील राजपूत पत्नी सुनीता बेटे रौनक के साथ संयुक्त परिवार में रहता था। शनिवार सुबह करीब 11 बजे वह काम पर जाने की बात कहकर पड़ोसी अर्जुन और राहुल के साथ घर से निकला था। इसके बाद से वह घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी हर जगह खोजबीन की। बावजूद इसके सुनील का कहीं सुराग नहीं मिला। परिजनों ने अर्जुन और राहुल से भी पूछताछ की, लेकिन उनसे संतोषजनक जबाव नहीं मिला। पत्नी सुनीता ने बताया कि पति सुनील की तलाश में वह इधर-उधर भटकती रही। किसी अनहोनी की आंशका के मद्देनजर सोमवार को पीजीआई थाने में पति की गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
भाई विजय उर्फ छोटू ने बताया कि मंगलवार सुबह पुलिस के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि बजरंग मार्बल के पास एक प्लॉट में उनका भाई मृत अवस्था में पड़ा है। प्रभारी निरीक्षक बृजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि परिजनों ने शव की शिनाख्त पेंटर सुनील राजपूत के रूप में की। मृतक की जेब से सिरिंज मिली है। प्रथम दृष्टया में यह बात सामने आई कि पेंटर सुनील नशे का आदी था। कयास लगाए जा रहे है कि नशे का ओवरडोज लेने से उसकी मौत हुई है। जबकि परिजन हत्या कर शव को प्लॉट में फेंके जाने की आंशका जता रहे हैं।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी। फिलहाल, कई पहलुओं में जांच की जा रही है।