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हाथरस सत्संग हादसे में मृतकों की संख्या 121 पर पहुंची, प्रशासन ने 116 मृतकों की सूची और हेल्पलाइन नंबर जारी किया

हाथरसः हाथरस के सत्संग में हुए दुखद हादसे में 146 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरने वालों में हाथरस के 34, अलीगढ़ के 34, एटा के 27, कासगंज के 30 और आगरा की 21 अनुयायी शामिल हैं. हालांकि प्रशासन ने अभी तक सिर्फ 116 मौतों की पुष्टि की है. प्रशासन की ओर से 116 मृतकों की सूची जारी की गई है. इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.

hathras satsang stampede update list of 116 dead body names and helpline numbers released by administration

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बता दें कि जिले के थाना कोतवाली सिकंदराराऊ में मंगलवार को रतिभान पुर के फुलराई गांव में नारायण साकार विश्व हरि संस्था की ओर से सत्संग का आयोजन किया गया था. यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था. जैसे ही सत्संग खत्म हुआ भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह से कुचल गए. इस हादसे में देर रात तक जिला प्रशासन की ओर से 116 महिलाओं, बच्चों की मौत की पुष्टि की गई है. हादसे के दौरान घटनास्थल पर हर तरफ लाशें ही लाशें नजर आईं. शवों को मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से 116 मृतकों की सूची और हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. जो लोग हादसे में घायल हैं उनके परिजन इन नंबर पर कॉल कर जानकारी ले सकते हैं.

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हाथरस घटना को लेकर अलीगढ़ के जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि अलीगढ़ में 23 डेथबॉडी आई है. वही जेएन मेडिकल कॉलेज में तीन घायलो का उपचार चल रहा है. एक की हालत गंभीर है. जैसे आईसीयू में एडमिट किया गया है. AMU एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से रजिस्ट्रार, कुलपति द्वारा स्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं, 15 शव जेएन मेडिकल कॉलेज में, 6 मलखान सिंह जिला अस्पताल और दो पोस्टमार्टम हाउस में आ चुके हैं. पुलिस पंचायतनामा भरकर आगे की कार्रवाई कर रही है.

इन हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर ले सकते हैं जानकारी

  • अलीगढ़ कंट्रोल-7007459568

    आगरा के 18 अनुयायियों की मौत, देर रात पहुंची दो डेड बॉडी
    विश्व साकार हरि उर्फ भोले बाबा के अनुयायी बडी तादाद में आगरा में भी है. आगरा से हाथरस सत्संग में शामिल होने के लिए सैंकड़ों अयुयासी बसों या अन्य वाहन से गए थे. जिसमें शाहगंज थाना के केदार नगर से तीन बसों में 150 लोग, एत्मादपुर से 8-9 बसों में लगभग 200 लोग, दयालबाग के बहादुरपुर, सिकंदरपुर, खासपुर और लालगढ़ी से तीन बसों में भरकर श्रद्धालु सत्संग सुनने के लिए हाथरस गए थे.

    बस और वाहनों से गए थे अनुयायी
    बहादुरपुर निवासी राकेश सिंह बताते हैं कि, चार गांवों से तीन बसों में अनुयायी सत्संग सुनने हाथरस गए. इसके साथ ही कई अपने निजी वाहनों से भी गए. मेरी पत्नी भी गई थी. जैसे ही टीवी पर हादसे की जानकारी हुई, घरों में कोहराम मच गया. सत्यवीर चौधरी ने बताया कि, गांव से कई लोग सुबह प्रवचन सुनने के बाद शाम को लौट आते हैं. इसके साथ ही तमाम वहीं ठहर जाते हैं. दयालबाग निवासी सौरभ चौधरी ने बताया कि, हादसे की खबर से अनुयायी के घरों में चूल्हा ही नहीं जले हैं. क्योंकि, तमाम बच्चे और महिलाएं अभी तक नहीं आए हैं. ना ही उनके बारे में जानकारी मिल रही है.

    50 से ज्यादा लापता
    हाथरस के सत्संग में आगरा से गए अनुयायी बड़ी संख्या में अभी तक घर नहीं पहुंचे हैं. जिसको लेकर लोग परेशान हैं. दयालबाग क्षेत्र से गए 50 लोगों के ग्रुप के सभी लोग अभी तक लापता हैं. इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. घरवाले जानकारी करने में जुटे हैं.

    बदायूं से कई अनुयायी गए थे हाथरस, छह की मौत
    बदायूं के बिल्सी कस्बे से भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए एक निजी बस से कल हाथरस 50 से ज्यादा लोग गए थे. इसमें 53 वर्षीय वीरवती और 16 वर्षीय रोशनी की मौत हो गई. वहीं चार महिलाओं और एक किशोरी की भी मौत हो गई है.

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