एक वर्ष पूर्व हुए स्थानांतरण के बावजूद अब तक पडरौना में ही जमे हुए हैं सहायक अभियंता सिविल बाढ़ खंड(तृतीय उपखंड) श्रवण कुमार प्रियदर्शी
आर के भट्ट
ब्यूरो, कुशीनगर
जनपद कुशीनगर को अजब गजब के खेल में सुर्खियों में बनाए रखते हैं कुछ ऐसे अधिकारी जो सरकारी आदेशों को धता बताते हुए मनमानी अपने ढंग से अपनी कार्यशैली से काम करते हैं। आश्चर्य इस बात का भी है कि वह बड़े से बड़े अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक देते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता। कुछ इसी प्रकार अजब गजब का खेल चल रहा है बाढ़ खंड में तैनात सहायक अभियंता श्रवण कुमार प्रियदर्शी के द्वारा।
वर्ष 2022 में 7 जनवरी को उपसचिव उत्तर प्रदेश शासन सिंचाई एवं जल संसाधन अनुभाग – 13 वेद प्रकाश द्विवेदी के द्वारा आदेश जारी हुआ, जिसमें जनहित एवं कार्य हित में श्रवण कुमार प्रियदर्शी सहायक अभियंता सिविल बाढ़ खंड कुशीनगर( तृतीय उपखंड )को बाढ़ खंड बलिया( द्वितीय उपखंड) में तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करते हुए अपना कार्यभार ग्रहण करने के लिए निर्देशित किया गया था।
परंतु 7 जनवरी 2022 के बाद से लेकर 2 जनवरी 2023 आ गया ,लेकिन अब तक वे न ही यहां से रिलीव हुए और न ही बलिया कार्यभार ग्रहण किया। इस संदर्भ में अधिशासी अभियंता सिंचाई और जल संसाधन बाढ़ खंड कुशीनगर महेश प्रसाद के द्वारा बताया गया कि स्थानीय जरूरतों को देखते हुए वह यहां बने हुए हैं। लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई आधिकारिक जानकारी देने से इनकार किया , कि वे किस आधार पर एक वर्ष से अधिक सामय तक स्थानांतरण पत्र जारी होने के बावजूद न ही रिलीव हुए और न ही बलिया कार्यभार ग्रहण किए।
यह तो शासन के द्वारा जारी निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन है और यह उदाहरण भी है कि यदि किसी का स्थानांतरण हो भी जाता है तो वह चाहे तो स्थानांतरित हुए जगह पर ना जाकर के अपने उसी स्थान पर मनमाने ढंग से बना रह सकता है। सहायक अभियंता श्रवण कुमार प्रियदर्शी किसके आदेश और किसकी शह पर अभी तक यहां बने हुए हैं? और इसमें किसका कितना स्वार्थ है? यह तो उच्चाधिकारियों को समझने तथा जांच का विषय है?