सीएम योगी की मुहिम का असर: गोण्डा से शुरू होगा सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान
उत्तर प्रदेश को स्वच्छता की दृष्टि से सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए कृत संकल्पित सीएम योगी की अपील का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। एक समय सबसे दूषित जनपदों में शुमार गोण्डा से प्रदेश के सबसे बड़े और ऐतिहासिक स्वच्छता अभियान की शुरुआत होने जा रही है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप गोण्डा जिला प्रशासन ‘मेरा गोण्डा, मेरी शान’ अभियान के अंतर्गत आगामी 01 अगस्त को वृहद साफ-सफाई अभियान का आयोजन करेगा। इस दौरान गोण्डा शहर के अम्बेडकर चौराहे से लेकर गोण्डा-लखनऊ मार्ग की सीमा तक 45 किलोमीटर के मार्ग को साफ और स्वच्छ बनाया जाएगा। प्रदेश में यह पहली बार है जब इतने बड़े मार्ग को एक बार में साफ और स्वच्छ बनाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
73 टीमें लगेंगी मिशन पर
गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि इस ऐतिहासिक अभियान को सफल बनाने के लिए गोण्डा-लखनऊ मार्ग सीमा तक साफ-सफाई के लिए स्थल चिन्हित कर लिए गए हैं। चिन्हित स्थलों पर साफ सफाई के लिए नोडल अधिकारी एवं टीम लीडर नामित करते हुए सफाई कर्मियों एवं बेलदारों की टीम बनाई गई है। कुल 73 टीमों का गठन किया गया है। निर्धारित तिथि आगामी 01 अगस्त को सुबह आठ बजे से शुरू होकर कार्य समाप्ति तक इस अभियान का संचालन निरंतर किया जाएगा। उन्होंने कहा की गोण्डा को प्रदेश के सबसे स्वच्छ जनपदों में सम्मिलित कराने के लक्ष्य के तहत सभी विभागों के समन्वय एवं जनभागीदारी से इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए ख सकारात्मक प्रयास किया जनता है।
जनसहभागिता की अपील
इस ऐतिहासिक अभियान को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इसके तहत, जिलाधिकारी ने सभी स्वयं सेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, युवाओं समेत जनपद के प्रत्येक नागरिक से आगे आने की अपील की है। डीएम ने कहा कि इस ऐतिहासिक अभियान के दौरान जनपदवासी अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ और स्वच्छ बनाकर भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं। उल्लेखनीय है की बीती 15 जुलाई को मेरा गोण्डा, मेरी शान अभियान की शुरुआत की गई है। आगामी 15 अगस्त तक संचालित इस अभियान के माध्यम से जनपद को साफ और स्वच्छ बनाने एवं स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में रैंकिंग को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। अभियान के माध्यम से कूड़े के नियमित डोर टू डोर कलेक्शन, समुचित निस्तारण, सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का बेहतर रख-रखाव के साथ ही जनपद के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया जा रहा है।