
लखनऊ। आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक गुरुवार को गन्ना संस्थान के सभागार में आयोजित हुई। बैठक में अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी ने विभागीय मंत्री नितिन अग्रवाल के समक्ष लेखा जोखा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग को माह मार्च, 2022 तक 36,208.44 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है। जो गत वर्ष की तुलना में 20.45 प्रतिशत ज्यादा है और राजस्व की वृद्धि हुई है।
संजय आर.भूसरेड्डी ने कहा कि मार्च, 2022 तक कुल 78,544 अभियुक्त पकड़े गये, जबकि गत वर्ष इस अवधि में कुल 59,915 अभियुक्त पकड़े गये थे। इसी अवधि में 27.87 तथा 8.528 व्यक्तियों को जेल भेजा गया। उन्होंने आबकारी मंत्री के सम्मुख अधिकारियों से कहा कि सभी विभागीय अधिकारी एक टीम के रूप में सक्रिय होकर कार्य करना सुनिश्चित करें। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप दिये गये लक्ष्य को पूरा करना है।
उन्होंने दो टूक कहा कि कुचेष्टा और बेइमानी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सभी जनपदीय अधिकारी नियमित रूप से दुकानों का निरीक्षण करें, जिससे कि अवैध शराब व अन्य अवैध कार्यों पर तत्काल रोक लगायी जा सके। इसके बाद आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य होना है। जनपदों में तैनात अधिकारी नियमों का पालन करते हुए ही कार्य करें, कोई भी लापरवाही या उनके द्वारा की गई गलत कार्यवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। प्रवर्तन के कार्य को और कारगर बनाया जाये तथा अवैध मदिरा के उत्पादन पर पूरी तरह से अंकुश लगाते हुए दोषियों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही की जाये।
उन्होंने दूसरे पड़ोसी राज्यों से बिना सीमा शुल्क दिये आ रही मदिरा के व्यापार पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही दुकानों की नियमित चेकिंग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। बैठक में विशेष सचिव आबकारी निधि गुप्ता वत्स, आबकारी आयुक्त सेंथिल पंडियन सी, अपर आबकारी आयुक्त दिव्य प्रकाश गिरि सहित प्रमुख अधिकारीगण एवं जिलों से आये अधिकारी मौजूद रहें।