कन्नौज का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा गौरी शंकर मंदिर
उत्तर प्रदेश में कानपुर से 80 किमी दूर पवित्र गंगा नदी के तट पर कन्नौज स्थित है। इस शहर को आज “अत्तर सिटी” या भारत के इत्र शहर के रूप में जाना जाता है। यहां छठवीं सदी में निर्मित प्राचीन बाबा गौरी शंकर मंदिर स्थित है जो एक प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर है।
कन्नौज में कई एकमुखी और चतुर्मुखी शिवलिंग
बाबा गौरी शंकर मंदिर कन्नौज का सबसे प्रसिद्ध और धार्मिक मंदिर माना जाता है। कन्नौज में कई एकमुखी (एक मुख वाले) और चतुर्मुखी (चार मुख वाले) शिवलिंग हैं। इस मंदिर में एक एकमुखी शिवलिंग है जिसमें भगवान शिव की पत्नी गौरी की मुखाकृति अंकित है। ऐसा माना जाता है कि यह शिवलिंग भूमि से स्वयं प्रस्फुटित हुआ था एवं इसे सदियों से श्रद्धालुओं द्वारा पूजा जा रहा है। ऐसा उल्लेख मिलता है कि छठवीं शताब्दी में सम्राट हर्षवर्धन एक धर्मनिष्ठ हिंदू राजा के रूप में प्रतिष्ठित थे, जिन्होंने विभिन्न संप्रदायों को उदार दान दिया। उनके शासनकाल में, बाबा गौरी शंकर मंदिर में इस एकमुखी शिवलिंग की पूजा अर्चना हेतु एक हजार पुजारी कार्यरत थे। चीनी यात्री ह्वेनस्वांग ने भी इस मंदिर की महत्वपूर्णता को अपने यात्रा वृतान्त में उल्लेखित किया था।
गंगा नदी की धारा मंदिर को छूती थी
बाबा गौरी शंकर मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है। यह मंदिर लगभग 1600 वर्ष पुराना है और पतीत पावनी गंगा नदी की धारा मंदिर को छूती थी, परन्तु वर्तमान में गंगा की धारा मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर दूर हो गई है। यहां बाढ़ आने पर गंगा का जल इस शिवलिंग को छूकर वापस चला जाता है। सावन महीने में प्रत्येक सोमवार को बाबा गौरी शंकर मंदिर का अद्भुत श्रंगार किया जाता है, जिसके दर्शन के लिए शहर के साथ-साथ दूर-दूर के जनपदों से लोग यहां आते हैं।