प्रयागराज : पराग डेरी से नहीं मिला 80 लाख का भुगतान, भुखमरी की कगार पर पहुंचे किसान

प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में पराग डेयरी उत्पादन से जुड़े लोग इस वक्त भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं। दूध का उत्पादन कर लोगों तक सप्लाई पहुंचाने वाले किसानों को जनवरी से लेकर अब तक छह माह का भुगतान नहीं मिला है, जिससे दूध का उत्पादन करने वाले किसान परेशान हो चुके हैं। किसान अब भुखमरी की कगार पर आ चुके है।
दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड नगई का पूरा बीएमसी के संचालक उदित नारायण सिंह, छोटू मौर्य व राधेश्याम कुशवाहा का कहना है कि आधा दर्जन से अधिक समितियां मेरे संघ से जुड़ी हुई हैं। लगभग 40 लाख रुपए मेरा खुद बकाया है। ऐसे में हर 10 दिन पर दूध देने वाले किसानों को पैसा देना पड़ रहा है। 6 महीने से पैसा न मिल पाने के कारण अब दूध देने वाले किसान समितियों के सचिव को परेशान कर रहे हैं। पराग डेयरी की ओर से 6 महीने से कोई भुगतान नहीं किया गया है।
दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड नटवा बरहमपुर के संचालक राधेश्याम कुशवाहा ने बताया कि तकरीबन चार लाख मेरा बकाया है। जिसका भुगतान नहीं किया गया है। पिछले 6 महीने से पराग डेरी के दफ्तर का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन फूटी कौड़ी भी नसीब नही हो रहा है। दूध देने वाले किसान प्रतिदिन समितियों भी विवाद करने पर अमादा हैं। इसी तरह से बेलवनिया, सेमरी बाघराय, भलुहा, भौंरहा, महादेव, बैदवार, छड़गड़ा, सलैया, कोसफरा कला, तराव समेत तीन दर्जन समितियों का कुल मिलाकर तकरीबन 80 लाख रुपए बकाया है।
वहीं पराग डेरी के जीएम एके शुक्ला ने बताया कि 6 महीने से शासन से पैसा नहीं आया है। शासन की तरफ से कोई बजट नही आया है। जैसे ही शासन की ओर से जिला योजना के द्वारा पैसा आएगा। समितियों एवं बीएमसी संचालकों के बकाए पैसे का भुगतान किया जाएगा।