फिल्म अभिनेता राजपाल यादव की करोड़ों की संपत्ति कुर्क, फिल्म बनाने के लिए लिया कर्ज, न चुका पाने पर मुंबई से पहुंची टीम
शाहजहांपुर : बॉलीवुड के दिग्गज हास्य कलाकार राजपाल यादव बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. फिल्म बनाने के लिए अभिनेता ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच से 3 करोड़ का कर्ज लिया था. इसके लिए पिता के नाम पर दर्ज जमीन और भवन को आधार बनाया था. यह कर्ज न चुका पाने के कारण बैंक की टीम ने 3 दिन पहले गोपनीय तरीके से आकर अभिनेता की करोड़ों की संपत्ति को सीज कर लिया. दो दिन बाद शहर के लोगों को इस कार्रवाई की जानकारी हो पाई. प्रशासनिक अफसर भी इससे बेखबर रहे.
राजपाल यादव ने पिता नौरंग यादव के नाम पर बंडा इलाके की पॉश इलाके सेंट एन्कलेव के पास सदर बाजार में मकान और जमीन है. साल 2012 में राजपाल यादव ने ‘अता-पता लापता’ फिल्म बनाने के लिए इस संपत्ति पर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच से 3 करोड़ का लोन लिया था. फिल्म का डायरेक्शन खुद राजपाल यादव ने किया था. जबकि उनकी पत्नी राधा यादव प्रोड्यूसर थीं.
फिल्म में ओमपुरी मुख्य भूमिका में नजर आए थे. स्थानीय कलाकारों ने भी इसमें अभिनय किया था. फिल्म अच्छा कारोबार नहीं कर पाई थी. इससे अभिनेता कर्ज में डूब गए. बैंक का कर्ज न चुका पाने पर पहले भी उन्हें साल 2018 में जेल काटनी पड़ी थी. करीब 3 दिन पहले मुंबई सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की टीम गोपनीय तरीके से शाहजहांपुर पहुंची. टीम ने उनके करोड़ों के मकान को सीज कर दिया. इसके बाद गेट पर ताला लगा दिया. यह मकान बैंक की प्रॉपर्टी है लिखकर बैनर भी लगा दिया.
टीम की इस कार्रवाई की प्रशासनिक अफसरों को भी खबर नहीं हो पाई. करीब दो दिन बाद लोगों को जानकारी हो पाई. थाना सदर बाजार प्रभीर रवींद्र सिंह ने बताया मुंबई से टीम आई थी, लेकिन उन्होंने पुलिस से संपर्क नहीं किया. जिस मकान को टीम ने कुर्क किया है. वहां इस समय कोई रहता नहीं है. टीम को विरोध का अंदेशा नहीं था, इसलिए फोर्स नहीं मांगी गई. फोर्स मंगाने पर उसकी फीस भी जमा करनी होती है. संभव है कि इस वजह से पुलिस को जानकारी नहीं दी गई.
अभिनेता ने साल 2010 में एक उद्योगपति से कर्जा 5 करोड़ का कर्ज ब्याज पर लिया था. ब्याज की रकम न चुका पाने पर कर्जा बढ़कर 10 करोड़ हो गया. उद्योगपति के मांगने पर राजपाल यादव ने 5 करोड़ का चेक दिया था. यह चेक बाउंस हो गया था. इसके बाद उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले में भी उन पर कार्रवाई हुई थी.