चुनाव के लिए कांग्रेस की नई प्लानिंग, कार्यकारिणी में 60 फीसदी पदों पर होंगे पिछड़े, राहुल गांधी हर जिले की खुद करेंगे पड़ताल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपनी जिला और शहर इकाइयों की नई कार्यकारिणी में सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दे रही है। नई कमेटियों में जातिगत संतुलन को सुनिश्चित करने के लिए करीब 60% पद दलित और पिछड़े वर्गों के नेताओं को दिए जाएंगे, जबकि 20% पदों पर महिलाओं की भागीदारी होगी। माना जा रहा है कि जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह तक 133 जिला और शहर कार्यकारिणियों की घोषणा हो सकती है।
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में छह दिनों तक चले संगठन सृजन कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रत्येक जिले की स्थिति का गहन विश्लेषण किया। वार रूम की रिपोर्ट के आधार पर जिला और शहर कमेटियों में आवश्यक सुधार किए गए। प्रत्येक जिला और शहर अध्यक्ष से कार्यकारिणी में शामिल किए गए पदाधिकारियों का विवरण मांगा गया।
जहां नियमों का पालन न करते हुए कमेटियां गठित की गई थीं, वहां संशोधन करवाए गए। जिला और शहर अध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि पार्टी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन अस्वीकार्य होगा।
साथ ही, यह भी सूचित किया गया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी प्रत्येक जिला और शहर कार्यकारिणी में जातिगत संतुलन की व्यक्तिगत रूप से जांच करेंगे। यदि कहीं अनियमितता पाई गई, तो संबंधित नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है। वर्तमान में सभी जिला और शहर कार्यकारिणियों की सूची को स्वीकृति के लिए दिल्ली भेज दिया गया है।