600 छात्रों से शिक्षा के नाम पर कई करोड़ रुपए का फ्राड, सैकड़ों छात्र धरने पर
जनपद में कई वर्षो से चल रहा था सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज फर्जी कालेज प्रशासन को भनक तक नहीं
बस्ती। जनपद के हर्दिया चौराहे पर स्थित सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज में 600 छात्र-छात्राओं से ठगी का मामला सामने आया है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने कॉलेज में बकायदा एडमिशन लिया, 1 लाख से ऊपर फीस जमा की। कॉलेज में क्लास अटेंड कर एग्जाम दिया लेकिन जब रिजल्ट आया तो पता चला की मार्कशीट फर्जी है। जब छात्रों ने हो हल्ला शुरू किया और जांच पड़ताल की तो पता चला कि दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है। सच्चाई जानने के बाद छात्रों के होश उड़ गए। उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की है। डीएम ने पूरे मामले में जांच के टीम गठित कर दी है।
5 वर्षो से कॉलेज का हो रहा संचालन।
आपको बता दें हर्दिया चौराहे के पास विगत पांच सालों से पैरा मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहा है। कॉलेज के बाहर बड़ा-बड़ा बोर्ड लगा है और उस पर लिखा है कि यहां पर जेएमएम (JMM) एएनएम (ANM) का कोर्स कराया जाता है। बकायदा रजिस्ट्रेशन नंबर भी चस्पा किया गया है। उसी झांसे में आकर एक, दो नहीं बल्कि 600 छात्रों ने एडमिशन ले लिया और पढ़ाई किया परीक्षा भी दिया।
डिग्री मिलने के बाद हुआ खुलासा
छात्रों ने रेगुलर क्लास भी किया और एग्जाम भी दिया लेकिन जब उनको मार्कशीट दी गई तब सारा मामला खुलकर सामने आने लगा। सभी बच्चों को दी गई मार्कशीट पूरी तरह से फर्जी है। जिसको देख अभिभावक और स्टूडेंट दोनों चकरा गए और दोनों खुद को बेबस व ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अभिभावक सुभाष चन्द्र चौहान ने बताया कि वो डैली बेसिस का दिहाड़ी मजदूर हैं किसी तरह से अपना पेट काट कर पैसा इक्कठा करके अपने बेटी को जेएनएम (JNM) करवा रहे थे। घर के पास था कॉलेज इसलिए करा दिये एडमिशन। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज उनके घर के पास है और वो 3 सालों से इस पैरामेडिकल कॉलेज को चलते हुए देख रहे थे, इसलिए नजदीक की वजह से उन्होंने अपने बेटी का एडमिशन यहां करवा दिया लेकिन जब बेटी को रिजल्ट मिला तो पता चला की कॉलेज का रजिस्ट्रेशन ही नहीं है। जब उन्होंने स्कूल प्रशासन से इसकी शिकायत की तो उन्हें दूसरी मार्कशीट दे दी। दूसरी मार्कशीट भी फर्जी निकली। और बताया कि इसकी शिकायत मैंने डीएम बस्ती से की है।
उक्त मामले पर क्या बोले डीएम।
वहीं जनपद के जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन का कहना है कि मामले को संज्ञान में लेकर तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। साथ ही शासन स्तर से सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों की लिस्ट भी मंगवाई गई है। जिसमे जनपद में सिर्फ 6 कालेज मान्यता प्राप्त है। जिसमे से 3 कालेज सरकारी है और बचे 3 कालेज प्राइवेट सेक्टर से है। वही बताया कि जांच टीम के द्वारा लगातार कॉलेज के ऊपर कार्रवाई की जा रही है और साथ में यह भी बताया कि इस कालेज को सील की कार्यवाही की गई है।