पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वालों को मिला ग्रीन अवार्ड्स
- ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम
लखनऊ। ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस समारोह के उपलक्ष्य में पृथ्वी इनोवेशन के साथ मिल कर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिए योगदान देने वाले लोगों को ’ग्रीन अवॉर्ड्स’ से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में प्रगति वर्मा, विभा अग्रवाल, अमिता सचान, रानी देवी, सौरभ तथा विपीन कपूर रहे। इसी शृंखला में पृथ्वी इनोवेशन द्वारा विश्वविद्यालय को लगातार पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पृथ्वी मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि प्रो. मनोवर आलम खालिद ने कहा कि हमें अपने जैव विविधता पर गर्व करना चाहिए। जलवायु परिवर्तन की वजह से प्रवासी पक्षी को नित्य ही कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बायोडायवर्सिटी धरती का डॉक्टर होती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ रवि कुमार सिंह आईएफएस डीएफओ लखनऊ, ने कहा कि भारत की बहुत बड़ी भूमिका विश्व जैव विविधता को बचाए रखने की है। हमें ऐसा समन्वय स्थापित करना है कि संसाधन भी बचाए जा सकें। कुलपति प्रो एन बी सिंह ने संस्कार की बात की, जो अभिभावक से अपने बच्चों को मिलता है या फिर बच्चा अपने अभिभावक से सीखता है। उन्होंने कहा कि ये हम पर निर्भर है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या सिखा रहे हैं।
पर्यावरण दिवस के कार्यक्रमों की श्रृंखला में बेस्ट ऑउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसके निर्णायक मंडल में डॉ रश्मि चतुर्वेदी एवं प्रदीप टंडन, उपाध्यक्ष पृथ्वी इनोवेशन रहे। विश्वविद्यालय एवं बाहर के प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी दर्ज कराई, जिसमें बायो टेक तथा पत्रकरिता विभाग की टीमें विजयी रहीं। एकल प्रतियोगिता में वोकेशनल संस्था से आए बच्चे विजयी रहे। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ तनु डंग असिस्टेंट प्रोफेसर, पत्रकारिता एवं जनसंचार रहीं। कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रियंका सूर्यवंशी, असिस्टेंट प्रोफेसर, गृह विज्ञान रहीं एवं कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव, डॉ दोआ नक़वी ने किया।