
हरदोई। एक और जहाँ हिंदू मुस्लिम के नाम पर प्रदेश में राजनीतिक रोटियां सेंकी जाती है वही उत्तर प्रदेश की राजधानी से सटे हरदोई जनपद में लोगो को हर पर्व पर गंगा जमुनी तहज़ीब देखने को मिलेगी। जहाँ मोहर्रम में ताजिया हिंदू बनाते है तो वही रावण वध के लिए रावण के पुतले को मुसलमान बनाते है।
हरदोई में इन दिनों ऐतिहासिक रामलीला का आयोजन शहर के नुमाइश मैदान में हो रहा है इस रामलीला में इंसाफ़ अली के बनाये हुए रावण को भगवान राम अपने तीर से दहन करेंगे।आज शाम सात बजे नुमाइश मैदान में आतिशबाजी के साथ रावण दहन संपन्न किया जाएगा। रावण दहन और आतिशबाजी को देखने के लिए दूर दराज से लोग यह एकत्र होते है। आतिशबाजी कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए जाते है। हरदोई में एक मात्र रावण को दहन किया जाता है इसके साथ दहन होने वाले कुंभ कर्ण व मेघनाथ के पुतले को नहीं दहन किया जाता है।
शाम को रावण दहन के साथ होने वाली आतिशबाजी से असमान रंग बिरंगी रोशनी से जगमगा उठता है। आतिशबाजी का कार्यक्रम रावण दहन के पश्चात किया जाता है। हरदोई में यह एतिसाहिक रावण दहन होता है क्योंकि यह प्रत्येक वर्ष जनवरी में रामलीला का आयोजन होता है। आमतौर पर रावण दहन और रामलीला का आयोजन दशहरा पर होता है।
रामलीला मेला कमेटी के अध्यक्ष राम प्रकाश शुक्ला ने बताया की आज धूम धाम के साथ रामलीला मंच के समीप रावण दहन का आयोजन शाम 7 बजे होगा। रावण दहन के बाद आतिशबाजी का भी कार्यक्रम सुनिचित किया गया है। इस वर्ष 45 फुट का रावण पलिया के मशहूर ताजिया निर्माता इंसाफ़ अली द्वारा बनाया गाया है जो गंगा जामुनी मिसाल को दर्शाता है। रावण दहन और आतिशबाजी के कार्यक्रम में हज़ारो लोग एकत्र होते है। ऐसे में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। राम प्रकाश शुक्ल ने क्षेत्र के सभी लोगो से रावण दहन कार्यक्रम में पहुँचने की अपील की है।