मथुरा: यमुना के खादर में जमीन बेचने और निर्माण रोकने की हेमामालिनी ने की योगी से मांग

मथुरा। उत्तर प्रदेश में मथुरा की सांसद तथा सिने जगत से राजनीति में आई अभिनेत्री हेमामालिनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से डूब क्षेत्र (यमुना खादर) की जमीन की बिक्री रोकने और वहां पर काॅलोनी बनाने पर रोक लगाने की मांग की है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में हेमामालिनी ने कहा है कि हाल की मथुरा की बाढ़ ने यह दिखा दिया है कि डूब के क्षेत्र में काॅलोनी बनने से वहां के निवासियों को न केवल सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा, बल्कि सरकार का बहुत पैसा वहां के लोगों एवं जानवरों को शेल्टर होम लाने, वहां रखने तथा खाने पीने की व्यवस्था करने में खर्च होता है। बाढ़ में लोगों की जानमाल का भी खतरा बना रहता है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि भू माफिया, कालेानाइजर भेाले भाले किसानों से उनकी जमीन को औने पैाने दामों में खरीद लेते हैं और फिर सीधे-साधे लोगों को उस पर काॅलोनी बनाकर या प्लाट बेंचकर चले जाते हैं। प्रायः गरीब लोग उनकेे चंगुल में फंस जाते हैं। उनका कहना था कि जब तक इनको इजाजत देनेवाली संबंधित एजेंसी को सख्त हिदायत नहीं दी जाती तब तक यह गोरख धंधा रुकनेवाला नहीं है।
मथुरा की सांसद ने पत्र में रजिष्ट्री विभाग, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं जिला पंचायत को इस आशय के आदेश जारी होने की मांग की है कि ऐसे क्षेत्र की जमीन बेचने या ऐसे क्षेत्र में भवन बनाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए तथा नियम को तोड़नेवालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। सांसद ने यह पत्र हालांकि 22 जुलाई को मुख्यमंत्री को भेजा था किंतु सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने पत्रकारों को इसे आज जारी किया है।
सांसद प्रतिनिधि का कहना है कि लगता है कि प्रदेश सरकार ने इस पत्र का संज्ञान ले लिया है क्योंकि मुख्यमंत्री ने अपनी हाल की मथुरा यात्रा में अधिकारियों से कहा है कि वे डूब क्षेत्र में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों में अन्यत्र विस्थापित करें। सांसद प्रतिनिधि के अनुसार हेमामालिनी ने आज इस मुद्दे पर जिलाधिकारी से फोन पर बात भी की है। जिलाधिकारी ने उन्हें बताया हैं कि वे डूब क्षेत्र में किसी प्रकार के निर्माण को तो रोक लेंगे किंतु रजिष्ट्री रोकने का आदेश शासन से आना चाहिए। सांसद ने कहा है कि वे अब शासन स्तर पर रजिष्ट्री रोकने के लिए प्रयास करेंगी।