पिछली सरकारों में विकास के पहिए को रोकने का कार्य किया गया: योगी
- मुख्यमंत्री ने रामपुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
रामपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को रामपुर में विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि वह लोग रामपुर को बदनाम करने में लगे थे, यहां की धरोधरों पर कब्जा कर लिए थे। रामपुरी चाकू गलत हाथों में पड़ा तो उन लोगों ने उसका गलत इस्तेमाल किया। जब यही रामपुरी चाकू भाजपा के हाथों में आया तो उसका इस्तेमाल विकास के लिए किया गया।
आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले पांच सालों से हमारी सरकार रामपुर को उसका अपना पुराना गौरव दिलाने के लिए काम कर रही है। अब तक 3200 करोड़ की योजनाएं इस जिले को दी गयी हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने भाजपा का सहयोग किया है। हर हाल में बिना भेदभाव के सारी योजनाएं रामपुर में आएंगी। राजा राम सिंह के नाम पर रामपुर को जाना जाता है। उनके नाम पर 2022 में फ्लाइओवर का नाम हमारी सरकार ने किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक मंत्र दिया। वह मंत्र, सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में शिल्पकार, कारीगर, किसान और श्रमिकों के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। सब मिलकर कार्य करते हैं तो विकास आगे बढ़ता है। रामपुर अब बदल रहा है। यहां संचालित कई योजनाओं को आज देखा है। प्रधानमंत्री ने यहां के अमृत सरोवर का नाम लेकर संदेश दिया है। आज मैं इन्हीं सब योजनाओं से आप सबको जोड़ने के लिए आया हूं।
पिछली सरकारें अपने स्वार्थ तक सीमित थीं। यहां के 200 वर्ष पुराने मदरसा को अपनी निजी सम्पत्ति के रूप में बदलने का काम किया था। इसी प्रकार सिटी मांटेसरी स्कूल का कभी गेस्ट हाउस हुआ करता था। आजादी की लड़ाई के दौरान गांधी जी यहां रुका करते थे। ऐतिहासिक संस्थान को भी हड़पने का काम किया गया था। 2017 से पहले पिछले 10-12 सालों में रामपुर को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब उसे बदला जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामपुर में औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। इन औद्योगिक इकाइयों में 1200 लोगों को रोजगार मिला है। अगर सत्ता में माफिया होते तो यहां निवेश न आया होता है। पहले की सरकारों में पेशेवर अपराधियों को संरक्षण मिलता था। विगत आठ माह में 20 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुईं हैं। इसमें 600 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और 4500 लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिला है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तय किया है कि यूपी को दंगामुक्त प्रदेश बनाना है। यूपी में अपराध और अपराधियों की कोई जगह नहीं रहेगी। जिन परिवारों को सरकारी नौकरी या रोजगार नहीं मिला है, उन्हें अगले पांच वर्ष के अंदर सरकारी नौकरी या रोजगार से जोड़ा जाएगा। यहां के जनप्रतिनिधियों ने इंडस्ट्रियल क्षेत्र स्थापित करने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने सेतु निर्माण, सड़कों के चौड़ीकरण का भी आश्वासन दिया। इस मौके पर राज्य के मंत्री धर्मपाल सिंह, गुलाबो देवी, बलदेव सिंह औलख, संजय गंगवार, सांसद घनश्याम लोधी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।