उत्तरकाशी में बादल फटा: नदी में आए सैलाब में फंसी यात्रियों से भरी बस, रस्सी-JCB से लटके लोग
बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। भारत के आधे से ज्यादा राज्यों में बारिश कहर बरपा रही है। सभी जगह नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच बड़ी खबर सामने आई है। जहां उत्तरकाशी में बादल फटने बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। वहीं लैंडस्लाइड से कई वाहन दब गए और हाईवे पर लंबा जाम लग गया। इसी दौरान बिजनौर में कोटा वाली नदी के बीच तेज बहाव और पानी के बीच बस फंस गई। इस बस में करीब 24 यात्री सवार थे। नदी में बस फसने के बाद यात्रियों में मची चीख पुकार मच गई. जेसीबी मशीन की मदद से यात्रियों को निकाला जा रहा है।
बदल फटने से बिजनौर की नदी में फंस गई यात्रियों से भरी बस
दरअसल, पहाड़ियों राज्यों में पिछले कई दिनों से बारिश का दौर जारी है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश से गुजरने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसी बीच शनिवार को यूपी में बिजनौर के मंडावली में कोटावाली नदी के तेज बहाव में एक बस फंस गई। बस में करीब 24 यात्री सवार हैं। बस के फंसते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। वहीं कुछ यात्री तो अपनी जान बचाने के लिए बस की छत पर चढ़ गए।
पुल से रस्सियां लटकाई और जेसीबी से यात्रियों को निकाला
बता दें कि जो बस कोटावाली नदी में फसी है, वो नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही थी। बताया जाता है कि इस रूप हडिया डिपो की बस में 24 लोग सवार थे। लेकिन अचानक से सड़क पर पानी का बहाव आया और बस के चारों तरफ पानी ही पानी आ गया। आलम यह था कि यात्रियों में मची चीख पुकार मच गई। हालांकि समय रहते हुए स्थानीय लोगों की मदद से प्रशासन ने यात्रियों का रेस्क्यू किया। पुल के ऊपर से रस्सियां लटकाई गईं और जेसीबी मशीन की मदद से यात्रियों को निकाला गया।
पहाड़ों की बारिश ने बढ़ाया गंगा नदी का पानी
बिजनौर में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते रिहाएशी इलाकों में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इतना पानी गिर रहा है कि गंगा और यहां से गुजरने वाली सभी नदियां उफान पर हैं। कई तो खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। किसानों का करोड़ों का नुकसान हो गया है। उनके पूरे खेत के खेत डूब चुके हैं। वहीं कई शहर से गांव का रास्ता कट गया है। लोगों को आवागमन सहित कई अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।