
गोरखपुर। सरकार की मंशा है कि हर घर में नल लगवा कर हर धर शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाए। इसके विपरीत जल निगम लापरवाही पर उतर आया है। परिणाम, मुख्यमंत्री के गृह जनपद सदर तहसील क्षेत्र के जंगल कौड़िया ब्लाक अंतर्गत मीरपुर ग्राम सभा में 6 सितंबर 2014 को स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री अरविंद सिंह गोप द्वारा नलकूप लगाने का शिलान्यास विधवत किया गया था गांव के सभी घरों में पाइप व टोटिया लगा दी गई लेकिन लगाई गई टोटिया किस क्वालिटी की लगी उसको देखने वाला कोई जिमेद्दार सुधि नहीं लिया जब घर-घर पानी पहुंचने के लिए दिसंबर 2016 को लोकार्पण किया गया तो कुछ दिनों बाद पाइप लाइन जगह-जगह फटने लगी और पानी पिला आने लगा जिसकी शिकायत ग्राम वासियों ने निवर्तमान जिलाधिकारी विजय किरन आनंद से किया।
निवर्तमान जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए आ रहे पीला पानी की जांच करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया तत्काल जांच करा कर रिपोर्ट प्रेषित कर नया पंप लगाने का अनुरोध किया गया निवर्तमान जिलाधिकारी के रहते नए बोर करा दिया गया डीएम के तबादला होते ही संबंधित अधिकारी शिथिलता बरतने लगे और किसी अधिकारी ने जहमत नहीं उठाई की पंप को लगवा कर ग्राम वासियों को शुद्ध जल पहुंचाया जा सकें जिसका नतीजा है कि मीरपुर गांव वासी शुद्ध पानी पीने के लिए मोहताज हैं ग्राम वासियों को कब तक शुद्ध पानी नशीब हो सकेगा यह कोई नहीं जानता यह तो सीएम सिटी का हाल है और जनपदों में जल जीवन मिशन को कैसे सफल किया जा सकेगा या कागजों में ही केवल खानापूर्ति होगा या जमीनी हकीकत में सार्थक करने में अधिकारी अपने कागजों में जगजाहिर करेंगे।
शुद्ध जल पहुंचाने के लिए कागजों में तो मीरपुर ग्राम वासियों को शुद्ध जल मिल रहा लेकिन हकीकत में नया बोर होने के बाद भी मोटर लगाने के लिए कोई अधिकारी कर्मचारी जहमत नहीं उठा सका कि मीरपुर ग्राम वासी को शुद्ध जल पीने को नसीब हो सके ग्रामीण परेशान होकर डिब्बा-बाल्टी लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं। जल निगम की भूमिगत पाइप लाइन जगह-जगह हाल बेहाल होकर फटी पड़ी है नया पंप लगाने के लिए बोर हो चुका अधिकारियों की उदासीनता से नया पंप नहीं लगाया जा सका जिसका नतीजा है कि ग्रामीणों के घरों में लगे नलों की टोटियां सूखी पड़ी हैं।
मीरपुर ग्रामवासी शुद्ध जल पीने के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं कि इस गर्मी में प्यास बुझ सके। पंप हाउस पर रखवाली कर रहे जगजीवन ने बताया कि 1 वर्ष पहले नए पंप लगाने के लिए बोर कर दिया गया लेकिन पंप में मोटर नही लगाया गया जिससे पानी की सप्लाई दी जा सके और वह बताया कि एक वर्ष से अधिक हो गया अभी तक हमारा वेतन नहीं मिल सका है जिसका नतीजा है कि हमारे बच्चों की शिक्षा दीक्षा प्रभावित हो रही जाएं तो हम जाएं कहां जाए हमारा सुधि लेने वाला कोई हितेषी अधिकारी हमारे समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा जिससे हमारा वेतन और ग्राम वासियों को शुद्ध जल मिल सके।