पंचर की दुकान से ‘जज’ तक का सफर
संगम नगर के नाम से मशहुर प्रयागराज से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे पढ़कर हर किसी को प्रेरणा देगी। दरअसल प्रयागराज निवासी अहद अहमद कुछ साल पहले तक अपने पिता के साथ बैठकर साइकिल का पंचर बनाते थे। मगर अब वो जज की कुर्सी पर बैठेंगे।
जज की कुर्सी पर बैठेंगे अहद
कुछ साल पहले तक अहद अपने पिता के साथ साइकिल का पंचर बनाया करते थे। मगर अब वो जज की कुर्सी पर बैठने वाले हैं। दरअसल बीते 30 अगस्त को उत्तर प्रदेश में PCS J यानी ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की भर्ती के नतीजे घोषित हुए। इस लिस्ट में अहद अहमद का भी नाम शामिल था। आपको जानकर हैरानी होगी कि अहद को यह सफलता उनके पहले प्रयास में ही मिल गई। उनको अपनी पढ़ाई पर इतना विश्वास था कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई कोचिंग नहीं ली और खुद पढ़कर ये परीक्षा पास की है।
परिवार में खुशी का माहौल
एक पंचर बनाने वाले के बेटे की इस बड़ी सफलता से पूरे परिवार में खुशी छाई हुई है। उनकी इस खुशी में प्रयागराज के लोग भी शामिल हो रहे हैं। हर कोई अहद और उनके परिवार को बधाई दे रहा है। अहद की यह सफलता इसलिए बड़ी है क्योंकि एक साइकिल पंचर बनाने वाले इंसान ने बहुत मुश्किल से अपने बेटे को पढ़ा-लिखाकर उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है।
अहद की मां ने निभाई अहम भूमिका
अहद आज एक जज बने हैं तो इसके पीछे उनकी मां की बहुत अहम भूमिका है। वो जानती थी कि केवल एक व्यक्ति के पैसे से बेटे को पढ़ाने का उनका सपना पूरा नहीं हो पाएगा। इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया कि अपने बेटे को पढ़ाने के लिए वो लेडीज कपड़ों की सिलाई करेंगी।
अहद अहमद ने क्या कहा?
मीडिया से बातचीत करते हुए अहद ने बताया कि, उनके माता-पिता ने कई मुश्किलों का सामने करते हुए उन्हें पढ़ाया है। उन्होंने ये भी बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा ईमानदारी से काम करने की सीख दी है जिसे वो जिंदगी भर नहीं भूलेंगे।
उन्होंने बातचीत करते हुए बहुत ही गर्व के साथ कहा कि उन्हें किसी को ये बताने में कभी भी झिझक नहीं होगी कि वे एक पंचर वाले के बेटे हैं।