केशव मौर्य ने सपा पर बोला हमला, कहा- यदि कोई अयोध्या नहीं जा रहा है, तो वह ‘समाप्तवादी पार्टी’

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों के कई सदस्य नवनिर्मित राम मंदिर के दर्शन के लिए रविवार को राज्य की राजधानी लखनऊ से अयोध्या गए। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यह जानकारी दी। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं को छोड़कर अधिकतर विधायकों ने अयोध्या जाने पर सहमति दी थी। अयोध्या जाने से पहले मौर्य ने स्पष्ट रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्य अयोध्या जा रहे हैं। यदि कोई नहीं जा रहा है, तो वह ‘समाप्तवादी पार्टी’ है।’’
मौर्य ने कहा, ‘‘सपा सफा हो जाएगी। हम दोनों सदनों के सदस्य रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना और राज्य विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह भी अयोध्या जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने नवनिर्मित मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए दोनों सदनों के सदस्यों को अयोध्या में आमंत्रित किया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हमने (सभी विधायकों ने) भगवान राम के दर्शन करने का फैसला किया था। पूरी दुनिया इस (प्राण प्रतिष्ठा के) बारे में बात कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से भारतीय संस्कृति को पुष्पित-पल्लवित किया है, उससे हर कोई बहुत खुश है।’’
महाना ने अयोध्या रवाना होने से पहले पत्रकारों से कहा, “यह आस्था का मामला है। किसी को भी किसी भगवान के दरबार में आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। अगर कोई व्यक्ति विभिन्न कारणों से नहीं आया है तो यह उनका मामला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कल नेता प्रतिपक्ष (अखिलेश यादव) ने विधानसभा में कहा था कि ‘अध्यक्ष महोदय, आप बुलाएंगे तो भी मैं नहीं आऊंगा’ लेकिन मैंने उनसे कहा था कि जब आप अयोध्या जाएंगे तो मुझे भी अपने साथ ले चलना।”
महाना ने साथ ही कहा, ‘‘जब मैंने सदन के अंदर मीडिया की मौजूदगी में गिनती की थी तब समाजवादी पार्टी के 14 विधायकों को छोड़कर सभी सदस्य अयोध्या जाना चाहते थे लेकिन पार्टी के फैसले के कारण वे नहीं जा पा रहे।”
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा, ‘‘सपा नेताओं ने पार्टी नेताओं की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया था कि विधायकों को राम मंदिर के दर्शन की सुविधा दी जाए। सपा विधायक राकेश सिंह ने लिखित में अनुरोध किया था। ऐसा ही अनुरोध शिवपाल सिंह यादव ने भी किया था। इसमें किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी (बसपा) धर्मनिरपेक्ष है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। आज, अध्यक्ष के निर्देश पर हम (अयोध्या) जा रहे हैं। कल, अगर दुनिया की सबसे अच्छी मस्जिद वहां बनेगी तो हम वहां भी जाएंगे लेकिन, इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
मौर्य ने बताया कि कैबिनेट मंत्रियों और विधानमंडल के सदस्यों को लेकर 10 बसें सुबह करीब नौ बजे अयोध्या रवाना हुईं। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘यहां हर चेहरे पर खुशी देखिए। यह न केवल मेरे लिए, बल्कि सभी विधायकों के लिए बहुत बड़ा सम्मान है।’’
भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दोनों सदनों के सदस्य, सत्ता पक्ष के सदस्य और विपक्ष के सदस्य अयोध्या जा रहे हैं।
राष्ट्रीय लोक दल के विधायक प्रदीप कुमार सिंह उर्फ गुड्डू चौधरी ने कहा, ‘‘यह आस्था का मामला है और हम सभी की भगवान राम में आस्था है। इसलिए, हम सभी आज राम लला के दर्शन के लिए (अयोध्या) जा रहे हैं।’’ प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा के दोनों सदनों के सदस्य अयोध्या आए हैं। उन्होंने बताया कि वे समयाभाव और भीड़ के कारण हनुमानगढ़ी नहीं जाएंगे।