
- लोकरंग में लोक संस्कृति, लोक गीत, नृत्य, नाटक, बहरूपिया कला की दिखेगी झलक
- मारिसस, दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड, गुयाना व राज्यों से जुटेंगे कलाकार
कसया, कुशीनगर। जनपद के फाजिलनगर, जोगिया जनूबी पट्टी में लोकरंग सांस्कृतिक समिति, कुशीनगर द्वारा 15 व 16 अप्रैल 2023 को 16 वें वर्ष में लोकरंग आयोजित है। महोत्सव हिंदी साहित्य के शीर्ष आलोचक स्मृतिशेष प्रो0 मैनेजर पाण्डेय, स्मृतिशेष पूर्व निदेशक संभावना कला मंच गाजीपुर डा0 राजकुमार सिंह की याद में समर्पित है। लोकरंग सांस्कृतिक मंच के सक्रिय कार्यकर्ता अरमान अली उर्फ बब्लू को भी याद किये जायेंगे। आयोजन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी समिति अध्यक्ष सुभाष चंद्र कुशवाहा के निर्देशन में बच्चे, युवा, वरिष्ठ लगे हुए हैं और आमंत्रण देने का क्रम चल रहा है।
आयोजक श्री कुशवाहा ने बताया कि 15 अप्रैल को रात्रि 8:30 से 9:10 बजे लोकरंग 2023 पत्रिका का लोकर्पण, 9:15 से 9:30 गांव की महिलाओं द्वारा सांझा प्राति, देवी गीत, 9:35 से 10:15 मध्यप्रदेश के प्रीतम मालवीय, मदनलाल मालवीय व साथियों द्वारा मालवा वीर गायन, 10:30 से 11 बजे मांडव लोक कला संस्कृति मंच, मध्यप्रदेश द्वारा भगोरिया लोकनृत्य, रात्रि 11:05 से 12 बजे तारकेश्वर काजी थारू कल्चरल ग्रुप, पश्चिमी चंपारन बिहार द्वारा थारू नृत्य, जंतसारी, झमटा (स्त्री), झकरा (पुरुष) गीत व 12:05 से 1:15 पुंज प्रकाश, दस्तक, पटना द्वारा जामुन का पेड़ नाटक प्रस्तुत होगा। यह नाटक सरकारी तंत्र में जीवन और मृत्य के बीच झूलते आम इंसान की व्यथा है। 16 अप्रैल को सुबह 11 से 2 बजे ‘लोकसंस्कृति का भविष्य बनाम भविष्य की लोक संस्कृति ‘ विचार गोष्ठी आयोजित है।
जिसमें पटना से लोकसंस्कृति मर्मज्ञ तैयब हुसैन, डा0 सुरेश खैरनार, बीएचयू के प्रोफेसर राजीव मण्डल, अलवर से वरिष्ठ आलोचक प्रो0 शम्भू गुप्त, रीवा विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के अध्यक्ष डा0 दिनेश कुमार कुशवाहा, वन्दना टेटे, दिल्ली से इरफान, सिद्धार्थ रामू, प्रो0 अनिल सिंह, कोलकाता से डा0 आशा, लेखक चन्द्रभूषण, हेमन्त कुमार, सूर्य नारायण, अर्पणा, रामजी यादव, दीनानाथ कुशवाहा, हसन इमाम, पत्रकार मनोज कुमार सिंह, विवेक आनन्द, आदेश सिंह, शशिकांत मौर्य भाग लेंगे। रात्रि 8:30 से 8:40 बजे समिति के लोक अभियान का परिचय, 8:45 से 9:15 दक्षिण अफ्रीका , डरबन से आये भोजपुरी गायक केम चांद लाल की प्रस्तुति होगी। 9:20 से 9:55 बजे फरुआही नृत्य, 10 से 10: 35 बजे से लेखराज लोककला मंच सुल्तानपुर द्वारा अवधी बिरहा, 11:40 से 11:20 खगड़िया आदिवासी नृत्य, 11:25 से 11:55 सागर मध्यप्रदेश से आयी नूपुर लोककला संस्थान द्वारा बधाई और नौरता लोक नृत्य तथा 12 से 1:15 छत्तीसगढ़ रायपुर की बेचा थियेटर द्वारा टैच बेचईया नाटक प्रस्तुत होगा। समापन प्रातः 1:15 से 1:20 बजे होगा।