उप्र में 129 नए कोरोना मामलों की पुष्टि, 202 लोगों ने दी संक्रमण को मात
- प्रदेश में एक्टिव केसों को संख्या में आ रही गिरावट
- मुख्यमंत्री योगी ने बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने के दिए आदेश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश में बीते 24 घंटों में कुल एक्टिव केस की संख्या 1024 है। चौथी लहर में संक्रमित मरीजों होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती की संख्या न के बराबर है। लगभग 90 प्रतिशत संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता का ही असर है कि 24 करोड़ आबादी वाले प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या में इजाफा होने के बाद भी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या न के बराबर है। संक्रमित मरीजों को उनके घर पर ही सारी सेवाएं सरकार की ओर से पहुंचाई जा रही है।
संक्रमितों की 24 घटें की मॉनिटरिंग, दवाओं की उपलब्धता, टेस्ट, सैनिटाइजेशन के साथ ही उस इलाके में कोविड गाइडलाइन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि प्रदेश के हालात बेहतर हैं। बीते 07 मई को प्रदेश में 2000 से अधिक एक्टिव केस थे लेकिन एक बार फिर से नए केस की संख्या में कमी देखी जा रही है। बीते 24 घंटों में 70 हजार से अधिक टेस्ट किए गए और 129 नए कोरोना मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इस बीच 202 लोगों ने संक्रमण को मात दी।
प्रदेश में बुंदेलखंड जिले में भी नए केस मिल रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में आला अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिक पॉजिटिविटी दर वाले जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू की जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरते।
बच्चों के टीकाकरण में लाएं तेजी: सीएम
सीएम ने कहा कि कोविड टीकाकरण अभियान प्रदेश में तेजी से चल रहा है। उन्होंने अधिकारियों को बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने के आदेश जारी किए। प्रदेश में 32 करोड़ 09 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 साल से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है, जबकि 90 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। प्रदेश में अभी भी 12 से 14 साल के बच्चों में बड़ी संख्या अभी टीकाकवर नहीं पा सके हैं। जिसके लिए सीएम ने अधिकारियों को तेजी से टीकाकरण व जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज देने की प्रक्रिया को तेज करें। उन्होंने अधिकारियों को एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे और बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए।