मनसाछापार के 45वर्षीय महंथ कुशवाहा सिकंदराबाद में हुए हिंसा का शिकार
नेबुआ नौरंगिया ,कुशीनगर
उत्तर भारतीय कामगारों पर दक्षिण भारत मे हो रही हिंसा का शिकार नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के मंशाछपरा निवासी एक अधेड़ ब्यक्ति हो गया।जिसके शव को जी आर पी द्वारा पास मिले आधारकार्ड के आधार पर पहचान कर घर वालों को सूचित किया गया तो परिवार में मातम पसरने के साथ ही परिजन सिकंदराबाद के लिए निकल लिए।
उक्त गांव निवासी महंथ कुशवाहा पुत्र बिकाऊ कुशवाहा उम्र45 वर्ष घर से कारपेंटर का कार्य करने हेतु अबसे लगभग 8 माह पूर्व हैदराबाद गया था।जहां की स्थिति देख वह होली पर घर आ रहा था कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हिंसा का शिकार हो गया।जी आर पी पुलिस ने शव के पॉकेट से मिले मोबाइल से बुधवार शाम 6 बजे परिजनों को घटना की जानकारी दी।जिसमे बताया गया कि उसके सर व आँखों पर चोटों के निशान के साथ ही कान से खून निकला हुआ है।जबकि उसने शाम 4 बजे परिवार में बात कर घर लौटने की सूचना दी थी।जानकारी पाते ही घर मे उठी चीखों से माहौल गमगीन हो गया।हत व्यक्ति ही परिवार का कमाऊ सदस्य था जिसके पीछे पत्नी पूनम व तीन अविवाहित पुत्रियों मनीषा, संजना,निशा व पुत्र अनूप के परवरिश का भार था।सूचना के आधार पर परिजन हैदराबाद के लिए रवाना हो गए।