आगामी 25 वर्षों की योजना को लेकर किया गया बजट पेश
अहमद रजा की रिपोर्ट
महाराजगंज। केंद्र की मोदी सरकार ने इस वर्ष आजादी के 75 वे वर्ष होने पर अमृत महोत्सव के तहत आगामी 25 वर्षो की योजना को लेकर बजट पेश किया है। जिससे आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्णिम भारत का सृजन होगा। अमृत काल में पहले बजट की घोषणा की जिसका सात प्राथमिकताओं द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा जो सप्तऋषि की तरह एक दूसरे को सम्पूर्ण करती है । उक्त बातें भारत सरकार के केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात चीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि ने कहा कि यह बजट 7 प्राथमिकताओं पहला समावेशी विकास, दूसरा सुदूर क्षेत्र तक पहुंचना, तीसरा बुनियादी ढांचा व निवेश, चौथा क्षमता को सामने लाना, पांचवा हरित विकास, क्षठवा युवा शक्ति और सातवां वित्त क्षेत्र को अपनाता है।जो एक दूसरे के पूरक हैं और एक सप्त ऋषि के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका प्रयास’ के माध्यम से ‘जनभागीदारी’ जरूरी है, अमृत काल के लिए हमारी सोच में मजबूत सार्वजनिक वित्त व एक मजबूत वित्तीय क्षेत्र के साथ एक तकनीक-संचालित और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था शामिल है। चौधरी ने कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित की है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी होकर 1.97 लाख रुपये हो गई है और पिछले 9 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, जो पहले 10वें पायदान पर थी।केंद्रीय बजट 2023-24 का प्रमुख विषय समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। उन्होंने कहा सरकार का सिद्धांत विशेष रूप से किसानों, महिलाओं, युवाओं, अन्य पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांगजनों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को कवर करते हुए समावेशी विकास संभव करना है और वंचितों के लिए समग्र प्राथमिकता को भी इसमें शामिल किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में इस बजट के माध्यम से पुराने टैक्स व्यवस्था को खत्म करते हुए मध्य वर्ग के नौकरी पेशा लोगो को ऐतिहासिक तोहफा दिया गया है अब नौकरी पेशा लोगों को 07 लाख रूपये सलाना की आय पर कोई टैक्स नही देना होगा। भारत मोटा अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है। यह बजट इन प्रयासों को आगे बढ़ा रहा है।यह बजट अमृत काल का पहला बजट है। उन्होंने कहा यह बजट समृद्ध एवं समावेशी भारत की सोच है। उन्होंने ने इसे अमृत काल का पहला बजट बताते हुए कहा कि हमारी आजादी के 75वें वर्ष में दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक चमकते सितारे के रूप में पहचाना है। चालू वर्ष के लिए हमारी वृद्धि 7.0 प्रतिशत अनुमानित है। यह महामारी और युद्ध के कारण बड़े पैमाने पर वैश्विक मंदी के बावजूद सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और चुनौतियों के इस समय के बावजूद उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है, आज भारत सिर ऊंचा करके खड़ा है।