उन्नाव मर्डर केस में पीड़िता को न्याय दिलाएंगी निर्भया की वकील! पीड़ित परिवार से की मुलाकात; दलित युवती की हत्या का लड़ेंगी केस
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में करीब 2 महीने से लापता दलित लड़की की हत्या के मामले में बड़ी खबर सामने आई है. निर्भया और हाथरस केस लड़ने वाली वरिष्ठ अधिवक्ता और बहुजन समाजवादी पार्टी की नेता सीमा कुशवाहा पीड़ित परिवार की ओर से केस लड़ेंगी. बीते दिन सीमा ने उन्नाव पहुंचकर मृतका के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार की तरफ से केस को लड़ने का भी वादा किया है. इसके अलावा सीमा एसपी आवास पहुँची. जहां एसपी उन्नाव से मिलकर मामले पर बातचीत की. इसके साथ ही उनसे मामले में अब तक की हुई कार्रवाई की जानकारी ली.
वहीं, इसके साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने पीड़िता की मां से घटना की जानकारी ली है. साथ ही इस केस को लड़ने का भी वादा किया है. उन्होंने कहा कि मैं बेटियों के लिए लड़ती हूं इस बिटिया की मां को हमने चीखते देखा इसीलिए मैं यहां पर आई हूं. इनको मैं पूरा सपोर्ट कानूनी तौर पर पूरी मदद करूंगी. क्योंकि जितना मेरे हाथ में है मैं एक एडवोकेट हूं. इनकी बिटिया को न्याय दिलाने की कोशिश करूंगी और हमारी यह कोशिश रहेगी कि जिस तरीके से इस बिटिया के साथ अत्याचार किया है. उसको दफना दिया उसका मर्डर करके इन लोगों को मैं फाँसी करवाऊंगी बिल्कुल मैं सपोर्ट करूंगी.
बीते दिन पीड़ित युवती के शव का चंदन घाट में कराया गया अंतिम संस्कार
बता दें कि बीते 11 फरवरी को दलित युवती का पूर्व सपा राज्य मंत्री स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजू सिंह के आश्रम के पास ही गड्ढे से खोदकर बरामद किया गया. इसके बाद शव देखकर मां का बुरा हाल हो गया. वहीं, पुलिस प्रशासन ने बीते शुक्रवार को बड़ी गहमागहमी के बाद युवती के शव का चंदन घाट में अंतिम संस्कार करवाया, जिसके बाद से लगातार राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. इसके बाद दोपहर को कांग्रेस के नेता पी एल पुनिया पीड़िता के घर पहुंचे थे और मां से मुलाकात की थी.
पुलिस ने मामले में बरती लापरवाही
गौरतलब है कि इस मामले में एडवोकेट सीमा कुशवाहा ने कहा कि अभी हमारी एसपी साहब से मुलाकात हुई है. इसमें दो तीन चीजें बहुत जरूरी थी मेरा यही सवाल था कि अब तक कितने पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया. क्योंकि पुलिस की इस में शुरू से ढ़ीला रवैया रहा है. जितना मैंने पेपर देखा बिटिया की मां मेरे साथ है. पहले दिन जब इन्होंने 8 दिसंबर को या किडनैप की गई इन्होंने जब लिखित में शिकायत दी थी कि हमारी बिटिया को किसी ने किडनैप किया है सीधे इन्होंने नाम लिया है राजोल का और उस गुमशुदगी की रिपोर्ट मैं भी यह नाम मेंशन है.
उसके बावजूद इन्होंने जो रिपोर्ट लिखी गुमशुदगी की लिखी यह कहते रहे कि तुम्हारी बेटी कहीं भाग गई होगी आ जाएगी वापस. उसके बाद पुलिस ने जब लिखी वह रिपोर्ट कुछ दिन बाद वो लिख दिया है अपहरण हो गया. अगर अपहरण मां चीख चीख कर यह बता रही है कि पूर्व मंत्री रह चुके उनका बेटा है जो राजोल उसने बेटी का अपहरण किया है. इसके बाद भी इन लोगों ने गिरफ्तार नहीं किया. इसके बावजूद भी DSP ने कोई कार्रवाई नहीं की. अभी तक सीओ का सस्पेंशन क्यों नहीं हुआ.
अभी तक क्यों नहीं हुआ DSP का सस्पेंशन- सीमा कुशवाहा
बता दें कि इनकी मां का भी कहना है अभी एसपी साहब से बात करके आयी है सीओ का भी सस्पेंस हमें चाहिए पहली बात दूसरा जो आपने सस्पेंड किया है लोगो को उस चीज को पुलिस प्रशासन है. यहां के एसपी साहब है वह आकर मीडिया को एक प्रेस रिलीज करके बताएं कि हमने अभी तक क्या-क्या कार्रवाई की है जिम्मेदारी है आपकी पुलिस की सबसे बड़ी कमी इस केस में दिख रही है. शुरुआत से दूसरा जिस दिन FIR दर्ज हुई उस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए. जो SC/ST एक्ट कहता है मुआवजे के बारे में कहता है, सीमा ने बताया कि फिलहाल उनका कहना है कि भेज दिया गया है लेकिन परिवार को नहीं पता है कि मुआवजा आया कि नहीं यह मां गरीब परिवार है.
परिजनों ने उठाई दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग
वहीं, पीड़िता की मां का कहना है जब यह समझ नहीं आ रहा है की डेड बॉडी कब की है बिटिया को मारा कब गया है या 40 दिन पहले अगर मर्डर हुआ उसे दफना दिया गया तो बॉडी अभी तक डीकंपोज कैसे नहीं हुई. हालांकि परिवार की मांग है कि लखनऊ PGI से एक टीम दुबारा जांच करे और पोस्टमार्टम फिर से किया जाए परिवार के पास में सुविधाएं नहीं है कि कैसे करके यह आगे अपना मुकदमा लड़ेंगी सारी चीजें उनको यह सुविधा दी जाए.
इस दौरान सीमा ने कहा कि अन्य धाराएं बढ़ाई जाए एसपी साहब से मेरी बात हुई है अभी तक जो FIR दर्ज है परिवार के पास उसने किडनैपिंग की धाराएं लगी हुई हैं जिस दिन 11 तारीख को बिटिया की डेड बॉडी मिली उसमें कौन-कौन सी धाराएं लगाई वैसे साहब ने बताया है कि हमने IPC की धाराएं 302, 34, 201 बढ़ाई है यह सारी धाराएं उन्होंने बढ़ाई है. हालांकि सीमा का कहना है कि मैं बेटियों के लिए लड़ती हूं. इसीलिए मैं यहां पर आई हूं इनको मैं पूरा सपोर्ट करूंगी.