नो कर्फ्यू नो दंगा, उत्तर प्रदेश में सब चंगा : योगी आदित्यनाथ
शामली। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपना मिशन बनाया है। इस मिशन को आपको साकार करना है। उन्होंने नारा देते हुए कहा कि ’उपद्रव नहीं उत्सव प्रदेश है हमारा, अब माफिया नहीं महोत्सव का प्रदेश है हमारा।’ ’नो कर्फ्यू नो दंगा, उत्तर प्रदेश में सब चंगा।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गुंडा टैक्स वसूलने वालों की गर्मी शांत कर दी है।
शामली के वीवी इंटर कॉलेज में सोमवार को आयोजित नगर निकाय उम्मीदवारों के समर्थन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने शामली के अतीत और वर्तमान को याद करते हुए कहा कि शामली को गंगा और यमुना का आशीर्वाद प्राप्त होता रहा है। विदेशी हुकूमत को भी हिलाने का काम किया और स्वतंत्र भारत में देश की सुरक्षा यहां के युवा कर रहे हैं। यहां के किसानों की समृद्ध परंपरा रही है। यहां के व्यापारियों ने विपरीत परिस्थितियों में देश-प्रदेश की समृद्धि के लिए कार्य किया।
उन्होंने कहा कि छह साल पहले शामली जनपद में कैराना, कांधला में पलायन, गुंडा राज, दंगों का दंश, बुनियादी सुविधाओं का अभाव, युवाओं की बेरोजगारी, व्यापार पर गुंडा टैक्स की वसूली, बिजली देने में भेदभाव, बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थी। प्रदेश में 75 जनपद थे, लेकिन बिजली केवल चार जनपदों में मिलती थी। छह वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। तब से छह वर्ष के अंदर तस्वीर बदल दी गई है। आज शामली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश इसका जीता-जागता उदाहरण है। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कर्फ्यू नहीं लगता। अब कांवड़ यात्रा निकलती है। आज कर्फ्यू, दंगा नहीं, गुंडा टैक्स नहीं है।
गुंडा टैक्स वसूलने वालों की गर्मी हो गई शांत
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने विधानसभा चुनाव में कहा था कि मार्च 2022 आने दीजिए, कमल ही कमल नजर आएगा। जो गर्मी दिखा रहे थे, उस समय। सबकी गर्मी शांत हो गई। गुंडा टैक्स वसूलने वाले कहां चले गए, कुछ पता ही नहीं। दो बूंद आंसू बहाने वाला भी नहीं बचा। कैराना और कांधला में व्यापारियों को देखकर प्रसन्नता होती है। पूरे शामली जनपद में रौनक दिखाई दे रही है। यहां की बेटियों को गांव के स्कूल में पढ़ते देखता हूं तो मुझे लगता है कि हमारा सत्ता में आना सार्थक हो गया। पहले जब किसान अपने खेत से आता था तो उसका इंजन चोरी हो जाता था। अब ऐसा नहीं हो रहा है। सभी को अपनी बेटी सुरक्षित चाहिए। सुरक्षा की गारंटी के लिए डबल इंजन की सरकार चाहिए। किसानों को फ्री बिजली दी जा रही है।
जाति की राजनीति करने वाले गायब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जाति के नाम पर राजनीति करने वाले कहां चले गए। पहले गरीबों को शौचालय, पीएम आवास योजना, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलता था। ऐसी जिंदगी का कोई मतलब नहीं था। लोग जातिवाद के आधार पर नहीं, बल्कि राष्ट्रवाद के नाम पर भाजपा को वोट दे रहे हैं। जातिवादी नेता पहले तोड़ते थे और फिर सत्ता में आकर लूटते थे। गरीबों का पैसा खा जाते थे। कोरोना काल से 15 करोड़ लोगों को डबल इंजन सरकार बिना भेदभाव राशन बांट रही है। प्रदेश में 54 लाख गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध कराया है। दो करोड़ लोगों के घरों में शौचालय बनाए है। दस करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ मिला। विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े-बड़े काम चल रहे हैं।
सुरेश राणा का नाम लेकर बढ़ाया महत्व
थाना भवन विधानसभा से चुनाव हारने वाले पूर्व मंत्री सुरेश राणा का नाम लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरेश राणा अगर दोबारा विधायक बने होते तो यहां मेडिकल कॉलेज बन गया होता। वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की दिशा में प्रदेश आगे बढ़ रहा है। यह क्षेत्र पहले दंगों के लिए जाना जाता था यह क्षेत्र। सपा-बसपा के नेता किसी से पूछने नहीं आते थे। उन्हें वोट चाहिए था केवल। किसी की चिंता नहीं थी, उन्हें केवल वोट की चिंता थी। स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन, दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय आजीविका मिशन आदि सभी योजनाओं का लाभ शामली जनपद को मिल रहा है।
डबल इंजन सरकार में विकास की भरमार
उन्होंने कहा कि छह वर्ष पहले दंगों की आग और कर्फ्यू का कफर, ना बेटी सुरक्षित ना माताओं का सम्मान। तुष्टीकरण की राजनीति व पलायन का दर्द यही शामली की पहचान बन गया था। छह वर्ष में डबल इंजन सरकार में व्यापारी सुरक्षित, बेटियां कुशल, व्यापार के लिए स्वनिधि, हर घर नल की योजना का लाभ, शांति, सुरक्षा और सौहार्द, समृद्धि चहुं ओर आज शामली की पहचान बन चुकी है। उन्होंने पूछा कि हम युवाओं के लिए कैसी सुविधा चाहते हैं। युवाओं के हाथ में तमंचे होने चाहिए या टेबलेट होने चाहिए।
गोलियां की आवाज वाली गलियां चाहिए या भजन भजने वाली गलियां चाहिए। रंगदारी वसूलने वाले गुंडे चाहिए या सरकार की योजना को व्यापारी तक पहुंचाने वाले जनप्रतिनिधि चाहिए। शोहदों का आतंक चाहिए या फिल्म सिटी चाहिए। सडांध मारती गलियां चाहिए या स्मार्ट सिटी जैसे स्वच्छ और सुंदर नगर चाहिए। यह आपको तय करना है। छह वर्ष पहले जो कहा था, वह करके दिखाया है। युवाओं के हाथ में टेबलेट होने चाहिए। मंदिरों, गांवों और शहरों में भजन संध्या होने चाहिए। आज व्यापारियों से कोई रंगदारी वसूल नहीं कर सकता। व्यापारियों को स्वनिधि योजना का लाभ दे रहे हैं।
इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, प्रदेश महामंत्री व प्रभारी सुभाष यदुवंश, सांसद प्रदीप चौधरी, जिलाध्यक्ष सत्येंद्र तोमर, जिला प्रभारी संजय शर्मा, एमएलसी वीरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री सुरेश राणा, पूर्व विधायक तेजेंद्र निर्वाल, पंकज राणा, रमेश गौड़ कश्यप, अरविंद संगल, नरेश सैनी, सेठपाल सिंह, सुमन देवी, बबली कुमारी, बबली कश्यप, नरेश सैनी, अंजनी शर्मा, सुरेश पाल कश्यप, सत्येंद्र चिकारा आदि उपस्थित रहे।