इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल में बम ब्लास्ट मामले में छात्रों के अभिभावकों को नोटिस
प्रयागराजः इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर पीसी बनर्जी हॉस्टल में बम ब्लास्ट के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोनों ही आरोपी छात्रों के अभिभावकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर राकेश सिहं की तरफ से गुरुवार को यह नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही जिन छात्रों के नाम पर कमरा नंबर 68 आवंटित है, उनके भी निलंबन का नोटिस जारी किया है.
बम ब्लास्ट के बाद का वीडियो आया सामने
बता दें कि बुधवार की देर रात इलाहाबाद विश्वविद्याल के सर पीसी बनर्जी हॉस्टल में दो छात्रों द्वारा बम बनाते समय ब्लास्ट हो गया था. इस बम ब्लास्ट में दोनों ही छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस दौरान हॉस्टल के अन्य छात्रों द्वारा घायल छात्रों को इलाज के लिए अस्पतला में भर्ती कराया गया था. बम ब्लास्ट की घटना को विश्वविद्यायल प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए दोनों ही घायल छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया. पुलिस विश्वविद्यालय प्रशासन की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है. इस बीच विश्वविद्यालय के सर पीसी बनर्जी हॉस्टल का एक वीडियो भी सामने आया है, वीडियो में बम धमाके के बाद हॉस्टल से निकलकर छात्र इधर-उधर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 4 छात्रों को नोटिस
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सर पीसी बनर्जी हॉस्टल के कमरा नंबर 68 में बम फटने की घटना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है. जिसके तहत चीफ प्रॉक्टर डॉ राकेश सिंह की तरफ से 4 छात्रों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. उन्होंने उन दो छात्रों को भी नोटिस जारी किया है, जिनके नाम पर सर पीसी बनर्जी हॉस्टल का कमरा नंबर 68 आवंटित था. उसके बावजूद उनके कमरे में दूसरे लोग कैसे अंदर पहुंचे और कैसे कमरे के अंदर बम धमाका हुआ. इस प्रकार के अन्य सवालों का जवाब देने और छात्रों का हॉस्टल कमरा आवंटन और एडमिशन क्यों न निरस्त कर दिया जाए. इसी तरह से बम बनाते समय हुए धमाके में घायल छात्रों के घरवालों को भी नोटिस देकर विश्वविद्यालय में बुलाया गया है और घायल छात्रों प्रभात यादव और प्रत्यूष सिंह के अभिभावकों से भी कई तरह के सवालों के जवाव मांगे गए हैं. साथ ही घायल छात्रों का भी दाखिला निरस्त करने से संबंधित कारण बताओ नोटिस उनके अभिभावकों को भेजी गयी है.
अभियान चलाकर होगी हॉस्टल की जांच