उन्नाव में दलित लड़की की हत्या पर सियासत तेज, अखिलेश यादव ने झाड़ा पल्ला तो अनुराग ठाकुर बोले-इस घटना ने सपा का असली चेहरा दिखाया
समाजवादी पार्टी के शासन में मंत्री रहे फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह पर उन्नाव में दलित लड़की की हत्याकर शव खेत में दफनाने के आरोप के बाद यूपी में सियासत तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से सपा को घेरे जाने के बाद अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने साफ कह दिया है कि मंत्री के बेटे का सपा से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि फतेहबहादुर सिंह की चार साल पहले मौत हो चुकी है और उनका बेटा सपा का सदस्य भी नहीं है. इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सपा पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना सपा का असली चेहरा दिखाती है.
Rampur, UP | The person whom they are saying belongs to SP has died 4 years ago. Police should answer why they took so many days to act on the matter. We are with the victim's family and their demands should be fulfilled: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav on Unnao murder case pic.twitter.com/LVC7Rc2S7A
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2022
उन्नाव हत्याकांड पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, यह एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. घटना में सपा नेता की संलिप्तता समाजवादी पार्टी का असली चेहरा दिखाती है. इस घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. यह भाजपा सरकार है जो न्याय करती है. इस पूरी घटना के सामने आने के बाद जिस तरह से विपक्ष ने सपा को घेरने की कोशिश की है. उसे देखते हुए अखिलेश यादव ने इस पूरी घटना से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि जिस पर आरोप है, उससे समाजवादी पार्टी का कोई नाता नहीं है. उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों पर पुलिस और प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें.
It is a sad and unfortunate incident. The involvement of the SP leader in the incident shows the real face of the Samajwadi Party. No one will be spared. It is BJP government that does justice: Union Minister Anurag Thakur on Unnao murder case pic.twitter.com/rhZn3L1B4m
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2022
अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा, जिस समय इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी उस समय पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की. क्या उस समय यूपी पुलिस सो रही थी. उन्होंने कहा कि आखिरकार यूपी पुलिस कानून-व्यवस्था को कब बेहतर करेगी. एफआईआर दर्ज होने के कितने दिनों बाद कार्रवाई हो रही है, यह जिम्मेदारी किसकी थी.