पुलिसकर्मी सीखेंगे टेरर फंडिंग रोकने की तकनीक, सिपाही से लेकर ASP तक को दी जाएगी ट्रेनिंग

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी जल्द ही टेरर फंडिंग पर रोक लगाने की तकनीक सीखेंगे। मुंबई आतंकी हमले के बाद स्थापित नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने गाजियाबाद में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरएंडडी) के सीडीटीआई सेंटर में इसके लिए बेसिक, इंटरमीडिएट और एडवांस कोर्स आयोजित करने का फैसला किया है। इसके लिए सिपाही से लेकर एडिशनल एसपी तक के नामांकन मांगे गए हैं।
ये कोर्स 8 सितंबर से 5 दिसंबर तक चलाए जाएंगे। इससे पुलिस को आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी वित्तीय गतिविधियों का पता लगाने और उनके सहायकों पर कानूनी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय के डीआईजी प्रशिक्षण राम सिंह यादव ने पुलिस की सभी शाखाओं के प्रमुखों, एडीजी जोन, पुलिस कमिश्नर आदि को पत्र लिखकर सिपाही से लेकर एडिशनल एसपी तक के नामांकन 10 अगस्त तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
वर्चुअल डेटा एसेट्स का प्रशिक्षण होगा
पत्र के अनुसार, टेरर फंडिंग की जांच से संबंधित तीनों कोर्स में वर्चुअल डेटा एसेट्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक कोर्स के लिए 40 कर्मियों का चयन होगा, जिसमें सिपाही, मुख्य आरक्षी, सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर, डिप्टी एसपी और एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी शामिल होंगे।