प्रसपा का भाजपा के साथ जल्द होगा गठबंधन, लखनऊ में हो सकता है भव्य कार्यक्रम
- 19 को गठबंधन की है संभावना, इससे पहले अमित शाह और जेपी नड्डा से मिलेंगे शिवपाल यादव
लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन होना लगभग तय हो गया है। इसके लिए भव्य आयोजन की तैयारियां भी की जा रही हैं। यदि सबकुछ ठीक रहा तो 19 अप्रैल को इसकी घोषणा हो जाएगी। इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह और यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान की लखनऊ आने की संभावना जतायी जा रही है।
प्रसपा सूत्रों के अनुसार प्रसपा के भाजपा में विलय की बात चल रही थी लेकिन दोनों पार्टियों ने तय किया कि विलय से ज्यादा फायदेमंद गठबंधन होगा। इस कारण अब गठबंधन की बात हो रही है। इसके लिए भाजपा के उच्च पदाधिकारियों से बात भी हो चुकी है। अब भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार इसको अंतिम रूप देने के लिए प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव दिल्ली में 17 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। वहीं तिथि को अंतिम रूप देने के साथ ही गठबंधन धर्म पर विस्तार से चर्चा होगी। गठबंधन करने से प्रसपा का अस्तित्व बने रहने के साथ ही ज्यादा विस्तार भी होगा। इससे भाजपा और प्रसपा दोनों पार्टियों को फायदा होगा।
प्रसपा युवा मोर्चा के अभी तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके दिनेश यादव ने इससे इंकार किया लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ बात चल रही है। शिवपाल जी को बार-बार समाजवादी पार्टी की तरफ से नजर अंदाज किया जाना अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। इसके लिए पार्टी की नई संभावना की तलाश तो जरूरी हो गया है। आने वाले कुछ दिनों में पार्टी की नई रणनीति का खुलासा किया जाएगा।
यह भी बता दें कि आज प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने अपनी पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी है। यह माना जा रहा है कि जल्द ही नयी कार्यकारिणी की घोषणा करेंगे। इसके लिए भी तैयारी शुरू कर दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राजनीति में अखिलेश के साथ जाकर सबसे ज्यादा शिवपाल ने गंवाया है। अब वे अपने पुत्र आदित्य यादव के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं। इस कारण वे अब चुप्प न होकर मुखर होते जा रहे हैं। भाजपा के साथ होने जा रहा समझौता भी आदित्य के भविष्य से जुड़ा है।