उन्नाव में प्रियंका गांधी वाड्रा ने किया रोड शो, दलित युवती की हत्या के मामले में पीड़िता की मां से की मुलाकात
प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को देर शाम उन्नाव में कांग्रेस प्रत्याशी आशा सिंह के समर्थन में रोड शो किया. प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए और उन्नाव की राजनीति में अपनी धाक जमाने के लिए 300 मीटर रोड शो किया. यह कार्यक्रम कम समय में सुनिश्चित किया गया था, जिसे देखते हुए प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे.
आपको बता दें की उन्नाव में चौथे चरण में विधानसभा का चुनाव होना है, जिसको लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तीन बार चुनावी जनसभा कर चुके हैं. वहीं बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी दो जन सभाएं कर चुके हैं. रविवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के प्रत्याशियों को जिताने के लिए जनसभा की है. वहीं देर शाम अचानक प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस प्रत्याशी आशा सिंह के समर्थन में उन्नाव पहुंचीं. कांग्रेसी प्रत्याशियों में इस दौरान भारी उत्साह देखने को मिला.
अचानक बना रोड शो का कार्यक्रम
उन्नाव सदर से माखी कांड की दुष्कर्म पीड़िता की मां आशा सिंह उन्नाव सदर से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. लगातार वह डोर टू डोर कैंपेनिंग कर रही थीं और लोगों से सहयोग मांग रही थीं. वहीं उनके समर्थन में कांग्रेस पार्टी की ओर से छत्तीसगढ़ के कई दिग्गज नेता भी प्रचार प्रसार कर रहे थे. उन्नाव में 16 फरवरी को प्रियंका गांधी वाड्रा को आना था, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था.
रविवार अचानक देर शाम रायबरेली के रास्ते से होते हुए प्रियंका गांधी उन्नाव के डीएसएन कॉलेज रोड पहुंचीं हैं, जहां पर पहले से ही मौजूद कांग्रेसी प्रत्याशियों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने अपनी कार से सदर प्रत्याशी आशा सिंह और उनकी बेटी के साथ रोड शो किया. वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने डोर टू डोर जाकर लोगों से सहयोग मांगा है और सदर प्रत्याशी आशा सिंह को जिताने के लिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की.
दलित युवती की हत्या के मामले में परिजनों से मुलाकात
प्रियंका गांधी के आने के बाद उन्नाव जिले में पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया. एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी, वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है. रोड शो करने के बाद प्रियंका गांधी कांशी राम कालोनी पहुंची और उन्होंने दलित युवती की हत्या के मामले में पीड़िता की मां से 45 मिनट बंद कमरे में बात की. यहां उन्होंने कहा कि दलित बेटी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जाएगी, पूरा कांग्रेस परिवार पीड़ित परिवार के साथ है.
इसके साथ ही उन्होंनेआरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया. प्रियंका वाड्रा ने कहा कि पहले उन्नाव की बेटी की अपहरण के बाद हत्या की गई. दिवंगत बेटी इतने दिनों तक वहां रही और अधिकारियों को उसके बारे में पता था फिर भी उसे खोजकर निकाला नहीं गया. जहां भी इस तरह का कांड होता है वहां आरोपी कहीं न कहीं सत्ता से जुड़ा होता है या फिर काफी अमीर होता है.