
- निराला शब्द सम्मान मंच की चौथी काव्य गोष्ठी संपन्न
पडरौना-कुशीनगर। निराला शब्द संवाद मंच की चौथी काव्य संगोष्ठी पं. सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला के जीवन वृत की चर्चा के साथ उदित नारायण इण्टर कालेज के अध्यापक कक्ष मे सम्पन्न हुई जिसमे आगन्तुक कवियो ने कविता पाठ भी किये। गोष्ठी की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष ओमप्रकाश द्विवेदी ओम तथा संचालन डा.संजय मिश्र ने किया।
निराला जी के जीवन वृत पर जय कृष्ण शुक्ल, राजकुमार भट्ट व डा संजय मिश्र ने विशद चर्चा की! सभी वक्ताओं ने निराला जी को मानवता का पुजारी बताया! उनकी कविताओं से सीख लेने की बात कही। उनकी जुही की कलि कविता रचना से छायावाद का प्रारम्भ बताया।
राजकुमार भट्ट, जय कृष्ण शुक्ल, सारगर्भित रचना का रसास्वादन कराया तो हरेन्द्र पाण्डेय आदर्श, आकाश महेश पुरी व मधुसूदन पाण्डेय ने कोकिल कण्ठ से समसामयिक रचना सुनाकर सबको मन्त्र मुग्ध किया।डा बलराम राय, अशोक शर्मा ने सवैया व मुक्तक सुनाया। भोजपुरी के प्रख्यात कवि रामपति रसिया ने रसवा मे मतवालल भवरवा–निर्गुण सुनाकर भोजपुरिया रस मे सबको डुबो दिया तो रामनरेश शिक्षक ने माटी की बोली मे पति पत्नी संवाद मे नफरत नाग घुमत चहुओर सुनाया।
अन्त में ओमप्रकाश द्विवेदी ओम ने सोनरा के गढल नथुनिया — — के साथ शिक्षा बोध की रचना पढी।
डा रामनरेश दूबे ने समीक्षक के रूप कहा कि कवियो की कविता मन बोध पर आधारित होती है। सभी कवियो की रचना की सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कवियो का स्वागत किया। प्रधान लिपिक चन्द्रशेखर दीक्षित, डा आलोक शुक्ल, रमेश, रामदुलारे, अजय सिंह, ग्रा प ए जिलाध्यक्ष शैलेश उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।