सिद्धेश्वर शीतलदेव महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का सप्तदिवसीय शिविर शुरू

- कार्यक्रम स्थल की साफ सफ़ाई के बाद सरस्वती वंदना से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
भटनी-देवरिया। सिद्धेश्वर शीतलदेव नारायण महाविद्यालय भरहे चौरा भटनी में दिन सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना का विशेष शिविर और सप्तदिवसिय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो कि 13 मार्च से 19 मार्च तक चलेगा। सोमवार को पहले दिन कार्यक्रम स्थल प्राथमिक विद्यालय छावनी टोला में संपन्न हुआ। सबसे पहले कार्यक्रम स्थल की साफ सफाई की गई और सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस कार्यक्रम के अधिकारी डॉ अरुण कुमार मणि त्रिपाठी ने सभी स्वयं सेविकाओं को राष्ट्रीय सेवा योजना से परिचित कराया और इसके इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि एनएसएस की शुरुआत 24 सितंबर 1969 में शुरु की गई थी। सर्वप्रथम इसे कुल 37 विश्वविद्यालयों में शुरू किया गया था जिसमें लगभग 40,000 स्वयंसेवियों को शामिल किया गया था।
डॉ नरवीर सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना में लगे चक्र को परिभाषित करते हुए बताया कि जो चक्र है वह कोणार्क के सूर्य मन्दिर से लिया गया है जिसमे आठ तीलियां है जो दिन और रात मिलाकर आठ पहर को प्रदर्शित करते हैं। इस दौरान कार्यक्रम के स्वयं सेविकाओं ने भी अपना अपना विचार रखा और साफ सफाई पर अपनी अपनी महत्ता प्रर्दशित की।
साथ मे महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ संपूर्णानंद तिवारी ने कहा की राष्ट्रीय सेवा का अर्थ है राष्ट्र की युवा शक्ति के व्यक्तित्व के विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम।