
लखनऊ। मौजूदा समय में महिलाएं शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त हो रही है, किसी भी परीक्षा के परिणाम को अगर हम देखते हैं तो महिलाएं आगे दिखाई देती हैं। यह कहना है एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन का। प्रोफेसर आरके धीमन बुधवार को नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की तरफ से आयोजित महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन ने कहा की आज सावित्रीबाई फुले का जन्मदिन है, मैं सभी को इसकी बधाई देता हूं। एसजीपीजीआई में सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम में डॉक्टर प्याली भट्टाचार्य ने कहा कि इस अवसर पर वीरांगना महारानी अवंतिबाई, महारानी लक्ष्मीबाई के योगदान की चर्चा आवश्यक है। इनका शक्तिरूप हम सभी जानते है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले, सरोजनी नायडू, किरण बेदी, मदर टेरेसा के समाज के लिए किये गए योगदान से हमे प्रेरणा लेनी चाहिए । महिलाएं इस समाज का आधार है। इन्हें मजबूत करेंगे तो यह देश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
सुजान सिंह ने कहा कि अगर हमारे देश की महिला सभी क्षेत्रों में सशक्त होगी तो देश के विकास की गति तेज होगी, क्योंकि महिला ही मां है और मां ही हर बच्चे की प्रथम टीचर है। एक सशक्त टीचर बच्चों को हर क्षेत्र की उचित शिक्षा देना शुरू करेगी, तो महिलाओं का सशक्तिकरण भी होगा , बच्चे, परिवार व देश का विकास होगा।
इस विचारधारा को समाज व सरकार तक पहुंचाने का कार्य करने के उद्देश्य से आज के कार्यक्रम को आयोजित किया गया। इस अवसर पर न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. राजकुमार, डॉक्टर इंदु सुभाष, शाइस्ता अंबर, उषा टेकरी CNO, यूनियन की अध्यक्ष लता सचान, राजकुमार, मनोज वर्मा, पूर्व अध्यक्ष अजय सिंह व महामंत्री विवेक सागर समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।