साहब मैं पढ़ना चाहती हूं, परिवार वाले जबरन मेरी शादी करा रहे हैं…12वीं की छात्रा का छलका दर्द, SSP से लगाई मदद की गुहार
साहब, मैं पढ़ना चाहती हूं…मैं अपना भविष्य उज्ज्वल करना चाहती हूं, लेकिन मेरे परिवार के लोग कम पढ़े लिखे होने के चलते पढ़ाई का महत्व नहीं समझ रहे हैं, जबकि भाई और परिजन जबरन उसकी शादी कराना चाहते हैं. अभी मेरी उम्र 18 साल भी नहीं हुई है….यह दर्द उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी 12वीं की छात्रा ने एसएसपी को लिखे पत्र में बयां किया है. छात्रा ने एसएसपी को परिवार के खिलाफ शिकायती पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है. छात्रा ने लिखे पत्र में यह भी बताया कि शादी का विरोध करने पर उसे मार भी पड़ती है.
मामला थाना लोधा क्षेत्र के गांव मूसेपुर का है. यहां के लॉन्ग श्री इंटर कॉलेज की 12वीं की छात्रा मंजू पुत्री प्रताप सिंह ने एसएसपी कलानिधि नैथानी को लेटर लिखा. छात्रा ने उसमें बताया कि वह चार भाई-बहन और मात-पिता के साथ गांव में रहती है. छात्रा पढ़-लिख कर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है, लेकिन पढ़ाई में होशियार होने के बावजूद भी परिजन उसके पढ़ने लिखने से नाराज हैं. क्योंकि परिवार में सभी अनपढ़ हैं और कोई भी उसकी पढ़ाई का महत्व नहीं समझता. विरोध करने पर मार पड़ती है. जबकि स्कूल की फीस व किताबों का खर्चा छात्रा खेतों में काम करके उठाती है. परिजन उसकी पढ़ाई छुड़वा कर शादी करने का दबाव बना रहे हैं. मंगलवार यानी 15 मार्च को उसके कॉलेज में प्रयोगात्मक परीक्षा थी.
भाई ने मेरी परीक्षा भी छुड़वा दी
आरोप है कि जब वह कॉलेज में प्रयोगात्मक परीक्षा देने जा रही थी, तभी भाई ने उसके साथ मारपीट कर उसको घर में बंद कर दिया. जिसके बाद पीड़ित छात्रा ने एसएसपी कलानिधि नैथानी से न्याय की गुहार लगाई है. एसएसपी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस छात्रा की शिकायत पर मामले की जांच कर कार्रवाई में जुट गई है.
गाली-गलौज कर मारपीट करते हैं परिजन
पीड़ित छात्रा मंजू का कहना है कि उसके भाई उसकी पढ़ाई छुड़वा कर जबरन शादी कराना चाहते हैं, जबकि वह पढ़ना चाहती है. आरोप यह भी है कि जब अपनी पढ़ाई पूरी करने की बात करती है तो उसके साथ भाइयों द्वारा गाली-गलौज कर मारपीट की जाती है. उसका मानना है कि पढ़-लिखकर उसकी नौकरी भले न लगे? पर जिंदगी सुधर जाएगी और कल का भविष्य उज्जवल करना है.