सपा ने मिश्रिख सीट पर चौथी बार बदला प्रत्याशी, पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव को मैदान में उतारा
हरदोई। कई अन्य लोकसभा सीटों की तरह मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी को लेकर घमासान मच गया है। सोमवार को जहां सपा से घोषित प्रत्याशी संगीता राजवंशी ने हरदोई पहुंचकर मिश्रिख सीट से नामांकन दाखिल कर दिया वहीं मिश्रिख के पूर्व सांसद रामशंकर भार्गव को भी पार्टी का सिंबल दिए जाने की जानकारी सामने आई है। राम शंकर भार्गव के पूर्व विधायक भाई ने इसकी पुष्टि भी की है।
मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र से सबसे पहले सपा ने पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी को प्रत्याशी घोषित किया था। इसके बाद उनकी जगह उनके बेटे मनोज राजवंशी को प्रत्याशी घोषित किया गया। मनेाज राजवंशी के अस्वस्थ होने का हवाला देेते हुए पार्टी ने फिर से प्रत्याशी बदला और उनकी पत्नी सीतापुर जिला पंचायत की सदस्य संगीता राजवंशी को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
सोमवार को ससुर रामपाल राजवंशी और पति मनोज राजवंशी की मौजूदगी में संगीता ने नामांकन भी दाखिल किया। इसी बीच मिश्रिख से सांसद रह चुके रामशंकर भार्गव को प्रत्याशी घोषित किए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक नामांकन दाखिल करने के बाद ही इसकी जानकारी रामपाल राजवंशी को हुई।
उन्होंने इस मुद्दे पर मीडिया से कोई बात नहीं की, लेकिन अपने कई करीबियों से इस बारे में बताया। उधर दूसरी ओर पूर्व सांसद रामशंकर भार्गव के भाई पूर्व विधायक हरगोविंद भार्गव ने बताया कि पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया है। प्रत्याशिता संबंधी फॉर्म भी पार्टी ने दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सारे अभिलेख तैयार हो गए तो मंगलवार को ही रामशंकर भार्गव नामांकन भी कर देंगे।
कौन हैं राम शंकर भार्गव
रामशंकर भार्गव सीतापुर के निवासी हैं। मिश्रिख से वर्ष 1998 में वह बसपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वर्ष 1999 में वह सपा प्रत्याशी सुशीला सरोज से हार गए थे। वर्ष 2002 का विधानसभा चुनाव उन्होंने हरगांव विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन बसपा के रामहेत भारती से 299 वोट से हार गए थे। रामशंकर भार्गव के छोटे भाई हरगाेविंद भार्गव 2007 और 2017 में बसपा से सीतापुर की सिधौली सीट से विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2022 का चुनाव उन्होंने सपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन हार गए थे।