
गोरखपुर। गुरुवार को विद्यालय जे पी एजुकेशन एकेडमी में पीडियाट्रिक एंजाइटी डिसऑर्डर पर डॉ वत्रिका पांडे जी के संरक्षण में कक्षा 11वी और 12वी के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया। मनोचिकित्सक डॉ0 वर्तिका पांडे जी ने सभी विद्यार्थियों को चिंता और तनाव से उत्पन्न होने वाले विकार के बारे में विस्तार से चर्चा किया और अनेकों परीक्षा, परिवार, व्यक्तिगत और सामाजिक छेत्र के उदाहरण देकर विद्यार्थियों को गहराई से इस विषय को समझाने का प्रयास किया। विद्यार्थियों का सत्र में भागीदारी इस बात को सुनिश्चित कर रहा था की वे सभी अपने जीवन में चिंता और तनाव की गंभीरता को समझते है और इसका एक सही और सफल निदान चाहते है।
डॉ0 वर्तिका पांडे जी ने विद्यार्थियों में तनाव और चिंता को कम करने या उस पर नियंत्रण पाने के कई सरल और घरेलू उपाय बताए जिसमे योग साधना सर्वोपरि था। डॉ वर्तिका पांडे जी ने अवसाद जैसे गंभीर विषय पर भी विद्यार्थियों और शिक्षकों से बात की। उन्होंने कहा की अभी भी हमारे देश में अवसाद को कोई समस्या नहीं माना जाता और सबसे अधिक हमारे देश के विद्यार्थी ही इससे ग्रसित हैं। सही समय पर और सही परामर्श ना मिल पाने से अधिकतर बच्चें गंभीर बीमारी या असामाजिक तत्वों में लिप्त हो कर अपना भविष्य बरबाद कर लेते है। डॉ वर्तिका पांडे जी ने सभी शिक्षकों को भी बच्चों के छोटे-छोटे हरकतों और व्यवहार पर ध्यान देने को कहा जिससे समय रहते इन बच्चों को अवसाद ग्रसित होने से बचाया जा सके।
डॉ0 वर्तिका पांडे जी ने हैप्पी क्लासरूम और हैप्पी स्कूल के अवधारणा पर सबसे अधिक जोर दिया। सत्र के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ सलिल श्रीवास्तव जी ने मनोचिकित्सक डॉ वर्तिका पांडे जी और उनकी टीम के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित किया और उनके द्वारा दिए गए सभी सुझावों को विद्यालय में पालन कराने का भरोसा दिलाया। विद्यालय की समन्वयक श्वेता पांडे ने डॉ0 वर्तिका पांडे जी को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर आभार ज्ञापित किया। सत्र का संचालन उर्वशी वर्मा ने किया। सत्र में उप प्रधानाचार्य अतुल श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह और नाजिया फजल उपस्थित रहे। सत्र का आयोजन altius बायोजेनिक की तरफ से नवीन दुबे ने किया था।