
कुशीनगर। जिले के निवासी सूर्यप्रताप मिश्र को राज्य मानवाधिकार आयोग ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। सूर्यप्रताप को यह सम्मान जनपद एटा में ईंट भट्ठे से 131 बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराने और उत्कृष्ट कार्य हेतु दिया गया है। कुशीनगर जनपद के निवासी सूर्य प्रताप मिश्रा को उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस बाल कृष्ण नारायण द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीते मार्च महीने में बच्चो के अधिकारों के लिए कार्य करने वाली सामाजिक संस्था बचपन बचाओ आंदोलन को एक सूचना मिली कि जनपद एटा में अलीगंज के मैनपुरी रोड पर संचालित एनएस ईंट भट्ठे पर 131 मजदूरों को बंधक बनाकर काम करवा जा रहा है। उनको मजदूरी नही दी जा रही, आवाज उठाने पर उनके साथ मारपीट की जा रही खाना तक नही दिया जा रहा उनका उत्पीड़न किया जा रहा। उक्त शिकायत को गंभीरता पूर्वक लेते हुए बचपन बचाओ आंदोलन के प्रदेश समन्यवक सूर्याप्रताप मिश्रा अपने स्तर से गोपनीय जांच कराई जिसमें पाया की सभी मजदूर बिहार के हैं और एक ठेकेदार के माध्यम से पिछले 9-10 महीनों से यहां पर फंसे हुए हैं उनको बंधुआ मजदूर बनाकर तरह-तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है।
सूचना की पुष्टि होने पर सूर्यप्रताप मिश्रा उन मजदूरों को मुक्त कराने की मुहिम में जुट गए सबसे पहले उन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन की टीम को पूरी जानकारी दी फिर टीम का सहयोग मिलने पर जिलाधिकारी एटा अंकित अग्रवाल से मिलकर मजदूरो के दर्द व उनकी वास्तविक स्थिति से अवगत कराया और वही से रेस्क्यू करने की पूरी रणनीति बनी जिलाधिकारी के निर्देश पर रेस्क्यू टीम का गठन किया गया बचपन बचाओं आंदोलन व जिला प्रशासन एटा ने सयुक्त रूप से ईंट भट्टे पर छापेमारी की और वहां से 132 बंधुवा मजदूरो को मुक्त कराया जिसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी, सभी मजदूर बिहार के गया जिले के रहने वाले थे। बचपन बचाओ आंदोलन व जिला प्रशासन एटा के सहयोग से सभी को सकुशल उनके गृह जनपद गया पहुंचाया गया साथ ही उनके पुनर्वास हेतु भी व्यवस्था की गई तथा ईट भट्ठा मालिक के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत किया गया।