उत्तर प्रदेशसंतकबीरनगर

सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद में छह महिलाओं की हुई सफल नसबंदी

  • अधीक्षक डॉ राधेश्‍याम यादव के प्रयासों को सीएमओ ने सराहा

संतकबीरनगर। सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद में छह महिलाओं की नसबन्‍दी के साथ वित्तीयवर्ष 2023 – 24 में जिले में महिला नसबन्‍दी की शुरुआत हो गयी है। महिलाओं की यह नसबन्‍दी पूरी तरह से सफल रही। नसबन्‍दी के 48 घंटे बीतने के बाद भी महिलाओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र के अधीक्षक डॉ राधेश्‍याम यादव के प्रयासों की मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिह ने सराहना की और कहा कि पिछले साल महिला नसबन्‍दी में सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद सबसे आगे रहा। इस वर्ष भी महिला नसबंदी की शुरुआत खलीलाबाद से ही हुई।

एसीएमओ डॉ मोहन झा ने बताया कि वहसभी लोग परिवार नियोजन के स्‍थायी साधन चुनें जिनका परिवार पूरा हो गया है और उनको बच्चे नहीं चाहिए। नसबंदी करने वाली महिलाओं को दो हजार रुपए तथा उन्‍हें नसबन्‍दी के लिए प्रोत्‍साहित करने वाले को 300 रुपए दिए जाते हैं। परिवार नियोजन के जिला लाजिस्टिक मैनेजर इम्तियाज अहमद बताते हैं कि नसबंदी के स्‍थायी साधन के साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों परप्रतिदिन परिवार नियोजन के अस्‍थायी साधन वितरित किए जा रहे हैं। इनका सभी लोग लाभ उठाएं।

सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ राधेश्‍याम यादव बताते हैं कि छह महिलाओं की नसबन्‍दी की गयी है। इसमें डीघा की आशा कार्यकर्ता अनीता तथा बनियाबारी की आशा कार्यकर्ता सुनीता के साथ ही अन्‍य आशा कार्यकर्ताओं ने बेहतर योगदान दिया। आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से ही यह संभव हो सका है। खलीलाबाद की रहने वाली 29 वर्षीय ममता बताती हैं कि उन्होंने खलीलाबाद सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र से नसबंदी की सुविधा प्राप्त की । उनके दो बेटे हैं तथा उनका परिवार भी पूरा हो गया है। अब उन्‍हें और बच्‍चे की आवश्‍यकता नहीं है। वो कहती है कि दो बच्‍चे रहेंगे तो उनका पालन पोषण बेहतर तरीके से होगा। इसलिए परिवार के सभी लोगों की राय से उन्‍होंने नसबन्‍दी करवाई है।

पिछले साल हुई थी 585 महिला नसबंदी

ब्‍लाक कार्यक्रम प्रबंधक अभय त्रिपाठी बताते हैं कि पिछले साल सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद को 400 महिला नसबन्‍दी का लक्ष्‍य मिला था। इसके सापेक्ष 585 नसबन्‍दी की गयी थी। यह कुल लक्ष्‍य का 146 प्रतिशत है। इस साल भी हमारी आशा कार्यकर्ता महिला नसबन्‍दी को लेकर काफी उत्‍साहित हैं और हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

परिवार पूरा हो जाए तो हो सकती है नसबंदी

नसबन्‍दी करने वाले चिकित्‍सक डॉ सीता राम कन्‍नौजिया बताते हैं कि महिला नसबन्‍दी परिवार नियोजन का स्‍थायी साधन है। अगर महिला के दो बच्‍चे या एक बच्‍चा हो और उसे लग रहा है कि उसका परिवार पूरा हो गया हो तब वह महिला नसबन्‍दी का स्‍थायी साधन अपना सकती है। महिला विवाहित होनी चाहिए। उम्र की कोई बाध्‍यता नहीं है, नसबन्‍दी किसी भी समय की जा सकती है। एक बच्चे की स्थिति में महिला का बच्‍चा कम से कम पांच साल का हो तथा दो बच्‍चे की स्थिति में पहले बच्‍चे की उम्र कम से कम 5 साल तथा दूसरे की उम्र दो से तीन साल के बीच हो, उसी स्थिति में नसबंदी की जा सकती है।

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