स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों को बैन करने के लिए राष्ट्रपति और पीएम को भेजा पत्र
सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के सुर बदल गए हैं। बुधवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश की समस्त महिलाओं, दलितों को अपमानित करने वाली रामचरितमानस की पंक्तियों को बैन करने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है। मेरी इस मांग को लोग तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का काम करते हैं।
सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोग इसको आराध्य श्रीराम से जोड़ते हैं। लोगों के आराध्य है श्री राम। धर्म से जोड़ते हैं। मैंने कभी ऐसा नहीं कहा। मैंने चंद चौपाई की बात की, जिसमेंं महिलाओं को अपमानित होना पड़ता है। मैंने अपने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी को पिछड़ी जाति में पैदा होने के कारण अपमान झेलना पड़ा है।
इसलिए मैंने पत्र लिखा है कि लोगों को आगे अपमानित न होना पड़े। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के लागू होने के बाद सभी धर्म एक समान है। लखनऊ को लखनपुरी बनाने के सवाल पर कहा कि आज बीजेपी सरकार अपनी असफलता पर पर्दा डालने के लिए इस प्रकार का हथकंडा अपना रही है।